नई दिल्ली 4 नवम्बर। ब्राजील के नव निर्वाचित मौजूदा राष्ट्रपति को साल 2018 में भ्रष्टाचार के मामले में 580 दिन की जेल की सजा सुनाई गई थी.
उनसे मतदान का अधिकार भी छीन लिया गया. इस वजह से वह 2018 में चुनाव नहीं लड़ सके. बाद में ब्राजील सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें निर्दोष करार दिया.
लूला के राजनीतिक सफर की शुरुआत 1980 से हुई जब उन्होंने वर्क्स पार्टी की सह-स्थापना की. 1989 से लेकर 1998 तक तीन बार राष्ट्रपति के चुनाव में किस्मत आजमाई लेकिन हर बार हार का मुंह देखना पड़ा. उन्होंने हार नहीं मानी और 2002 के राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें सफलता मिली. फिर 2003 से 2010 राष्ट्रपति रहे. सिल्वा तीन बार ब्राजील के राष्ट्रपति चुने वाले पहले व्यक्ति हैं. उन्होंने अब तक छह बार राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ा है.
27 अक्टूबर 1945 में जन्मे और किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले लूला दी सिल्वा का बचपन बहुत गरीबी में बीता. परिवार का गुजारा मुश्किल से होता था. उनका पूरा परिवार ब्राजील के औद्योगिक केंद्र साओ पॉलो में आकर रहने लगा, उस समय लूला की उम्र 7 साल थी. साओ पॉलो में लूला ने भी परिवार का हाथ बंटाने के लिए काम करना शुरू कर दिया. कभी जूते पॉलिश करने का काम किया तो कभी मूंगफली भी बेची थी. 14 साल की उम्र में मेटल वर्कर बन गए. फिर अचानक जिंदगी ने करवट ली.
1970 में ब्राजील में सेना की तानाशाही शासन के दौरान ही राजनीति में एंट्री ली. 1980 से हुई जब उन्होंने वर्क्स पार्टी की सह-स्थापना की और 1982 में साओ पॉलो राज्य के चुनाव में हिस्सा लिया. हालांकि उन्हें इस चुनाव में हार नसीब हुई लेकिन हिम्मत नहीं हारी. धीरे-धीरे उन्होंने राजनीतिक क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई और 2003 पहली बार राष्ट्रपति चुने गए.
लूला ने तीन शादियां की हैं. उनकी निजी जिंदगी भी उतार-चढ़ाव से भरी है. दो पत्नियों की मौत के बाद उन्होंने 76 साल की उम्र में मई 2022 में 55 साल की समाजशास्त्री रोसंगेला सिल्वा के साथ शादी रचाई थी.
द सिल्वा की पहली शादी मारिया डी लूर्डेंस डीसिल्वा से हुई थी लेकिन शादी के दो साल बाद ही उनकी मौत हो गई थी. फिर लूला ने मारिस लेटिसिया से शादी की लेकिन साल 2017 में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया.
दूसरी पत्नी मारिस लेटिसिया से उनके चार बच्चे हुए. इसके बाद ही वह रोसंगेला सिल्वा के करीब आए.