अपराध के खबरें

काम की बात : ऑनलाइन सेफ्टी के लिए अपनाएं ये टिप्स, सुरक्षित रहेगा आपका डेटा

डिजिटल डेस्क 

आप अपने डिवाइसों, ऑनलाइन पहचान और एक्टिविटीज को आसानी सुरक्षित कर सकते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप अपने डेटा को ऑनलाइन सुरक्षित रख सकते हैं.कमजोर सिक्योरिटी के कारण कई बार बड़ी कंपनियों का डेटा चोरी हो जाता है. ऐसे में हमको लगता है कि जब इतनी बड़ी कंपनी का डेटा चोरी हो गया, तो हम क्या कर सकते हैं. हालांकि ऐसा नहीं है कि आप खुद को ऑनलाइन फ्रॉड से नहीं बचा सकते. आप अपने डिवाइसों, ऑनलाइन पहचान और एक्टिविटीज को आसानी सुरक्षित कर सकते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप अपने डेटा को ऑनलाइन सुरक्षित रख सकते हैं.

01- ऑनलाइन डेटा प्रोटेक्शन के लिए एंटीवायरस जरूर इंस्टॉल करें. यहआपकी फाइलों को एन्क्रिप्ट करता है और उन्हें रिस्टोर करता है. इसके अलावा एक प्रभावी एंटीवायरस आपको डेटा को कई प्रकार के मैलवेयर से बचाता है.

02-कई ऐप्स और सेटिंग्स आपके डिवाइसों और आपकी पहचान को सुरक्षित रखने में मदद करती हैं, लेकिन वे केवल तभी काम करती हैं जब आप उन्हें ठीक से उपयोग करना जानते हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप इन टूल्स का इस्तेमाल ठीक से करें. अधिकांश एंटीवायरस टूल में गैर जरूरी एप्लिकेशन को रोकने की शक्ति होती है, लेकिन इनमें से कोई भी डिफ़ॉल्ट रूप से PUA डिटेक्शन को एनेबल नहीं करता है. ऐसे में टूल्स की सेटिंग जांचें और सुनिश्चित करें कि इसे आपकी इन परेशानियों को रोकने के लिए कॉन्फ़िगर किया गया है या नहीं.

03-किसी दूसरे के वाई-फाई से अपना डिवाइस कनेक्ट करने से पहले वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क या वीपीएन का उपयोग करें. बता दें कि वीपीएन आपके इंटरनेट ट्रैफिक को एन्क्रिप्ट करता है, इसे वीपीएन कंपनी के स्वामित्व वाले सर्वर के माध्यम से रूट करता है। इसका मतलब है कि कोई भी, यहां तक कि मुफ्त वाई-फाई नेटवर्क का मालिक भी आपके डेटा की जासूसी नहीं कर सकता.

04-मल्टी फैक्टर ऑथेंटिकेश आपके अकाउंट को अधिक सुरक्षित बनाता है. यह आपको अकाउंट में एंटर करने के लिए authentication की एक एकस्ट्रा लेयर देता है. जीमेल, एवरनोट और ड्रॉपबॉक्स जैसी ऑनलाइन सेवाएं मल्टी फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल कर रही हैं.

05-हैकर्स के लिए जानकारी चुराने का सबसे आसान तरीका यूजरनेम और पासवर्ड का कॉम्बीनेशन आजमाना है. इसलिए जरूरी है कि आप अपनी किसी भी लॉगिन आईडी के लिए एक यूनीक पासवर्ड बनाएं. एक स्ट्रांग और यूनीक पासवर्ड आपके डेटा को सुरक्षित रखने काफी मददगार होता है.

06- जो लोग अपनी सुरक्षा को लेकर ज्यादा सतर्क हैं, वे अक्सर अलग-अलग कामों के लिए अलग-अलग ईमेल एड्रेस का उपयोग करते हैं, ताकि उनकी ऑनलाइन पहचान को अलग रखा जा सके. यदि आपके बैंक से होने का क्लैम करने वाला फिशिंग ईमेल उस खाते में आता है जिसका उपयोग आप केवल सोशल मीडिया के लिए करते हैं, तो आप समझ जाएंगे कि यह फेक है.

07- क्रेडिट कार्ड का सिस्टम काफी पुराना है और बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है और आपकी एक गलती आपको काफी महंगी पड़ सकती है. ऐसे में आप पुराने क्रेडिट कार्ड को बाहर निकालने के बजाय हर जगह ऐपल पे या एंड्रॉयड में मिलने वाले पैमेंट ऐप्स का इस्तेमाल करें.

08- ऑनलाइन सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए जहां भी उपलब्ध हो, पासकोड लॉक लागू करें, भले ही वह वैकल्पिक हो. यह यूजर्स के डेटा को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है. पासकोड क इस्तेमाल करने से किसी के लिए भी आपके डेटा तक एक्सेस करना मुश्किल होता है.

09- आपके ब्राउजर में सेव गई कुकीज, सर्च और वेब हिस्ट्री आपके व्यक्तिगत डेटा की ओर संकेत कर सकते हैं और आपकी ब्राउजर हिस्ट्री में कई अहम जानकारियां हाइड हो सकती हैं. इसलिए जरूरी है कि आप कुकीज को डिलीट करते रहें और ब्राउज़र इतिहास को भी क्लियर रखें.

10- आप अक्सर अपने ब्राउजर में अपने पासवर्ड को सेव कर के रखते हैं. ऐसे में अगर कोई आपका अकाउंट हैक करले, तो उसके पास आपकी पूरी जानकारी चली जाएगी. इसलिए अपने डेटा को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि आप ब्राउजर के सेव पासवर्ड फीचर को बंद कर दें.

إرسال تعليق

0 تعليقات
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

live