संवाद
शिमला जिले के रामपुर इलाके में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार की रात ईवीएम को निजी वाहन में जाने का आरोप लगाते हुए बवाल काटा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पोलिंग पार्टी को रोक दिया और विरोध प्रदर्शन करते हुए मतदान दल पर ईवीएम में छेड़छाड़ करने का भी आरोप लगाया। अब जिला चुनाव आयोग के अधिकारियों ने मतदान दल के सदस्यों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। सनद रहे नियमों के मुताबिक मतदान प्रक्रिया खत्म होने के बाद ईवीएम को सरकारी वाहनों से मतगणना केंद्र तक ले जाना होता है। कांग्रेस विधायक नंद लाल ने आरोप लगाया कि ईवीएम को एक निजी कार में ले जाया जा रहा था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसका पीछा किया। साथ ही पुलिस और चुनाव आयोग के अधिकारियों को भी इस बारे में सूचित किया। वहीं जिला चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें मतदान पूरा होने के बाद सूचना मिली कि दत्तनगर-49 की पोलिंग पार्टी संख्या 146 निजी वाहन में ईवीएम/वीवीपैट ले जा रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि भाजपा के इशारे पर ईवीएम/वीवीपैट मशीनों को छेड़छाड़ की मंशा से निजी वाहन में ले जाया जा रहा था। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की और ईवीएम/वीवीपैट मशीनों को स्ट्रांग रूम में भिजवा दिया। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने स्ट्रांग रूम के बाहर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में ईवीएम/वीवीपीएटी मशीनों की बारीकी से जांच की। अधिकारियों ने दावा किया कि मशीनों को ठीक से सील कर दिया गया था। कोई छेड़छाड़ नहीं पाई गई। अधिकारियों ने बताया कि मतदान दल ने ईवीएम/वीवीपीएटी मशीनों को स्ट्रांग रूम में जमा करने की जल्दबाजी में निजी वाहन का इस्तेमाल किया। रिटर्निंग ऑफिसर (एसडीएम) सुरेंद्र मोहन ने अपने आदेश में कहा- हमने पाया कि मतदान टीम संख्या 146 एक निजी वाहन में ईवीएम / वीवीपैट मशीनों को ले जा रही थी। यह निर्वाचन आयोग के निर्देश का स्पष्ट उल्लंघन है। प्रथम दृष्टया पाया गया कि पार्टी ने उचित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया है और नियमों का उल्लंघन किया है। वहीं कांग्रेस विधिक प्रकोष्ठ के कार्यकारी अध्यक्ष प्रणय प्रताप सिंह ने इसे अपने विधानसभा क्षेत्र रामपुर में हुई 'दुर्भाग्यपूर्ण घटना' करार दिया है।