पंकज झा शास्त्री 9576281913
राजनीति में सफलता या विफलता के लिए ग्रह काफी हद तक असर डालते हैं. अन्य करियर की भांति ही राजनीति में प्रवेश करने वालों की कुंडली में भी विशेष ज्योतिष योग होते हैं. ज्योतिष विद्या के अनुसार ये ग्रह किसी भी व्यक्ति को कुशल और चालाक राजनेता बना सकते हैं और राजनीति में बहुत कम समय में ही उच्च पदों पर बैठा सकते हैं।
ऐसे लोग होते हैं राजनीति में सफल
कुंडली में शनि दशम भाव में हो या दशम भाव के स्वामी से संबंध बनाए और दशम भाव में मंगल भी हो तो व्यक्ति समाज के लोगों के हित में काम करता है और राजनीति में सफल होता है. राहु, शनि, सूर्य और मंगल की युति दशम या एकादश भाव हो या दृष्टि संबंध हो तो राजनेता बनने के गुण प्रदान करता है।
कुंडली में चंद्रमा ग्यारहवें घर में और गुरु तीसरे घर में स्थित होने पर राजयोग बनता है. इस योग को लेकर पैदा हुआ व्यक्ति राजा के समान होता है. यह अपने समाज में प्रसिद्धि प्राप्त करता है और धन संपन्न होता है. इस तरह कुंडली के पांचवें घर में बुध और दसवें घर में चंद्रमा होने पर राजयोग का फल प्राप्त होता है.
कुंडली में कुछ विशिष्ट धन योग, राजयोग एवं कुछ अति विशिष्ट ग्रह योग उपस्थित हों, क्योंकि एक सफल राजनेता को अधिकार, मान-सम्मान सफलता, रुतबा, धन शक्ति, ऐश्वर्य इत्यादि सभी कुछ अनायास ही प्राप्त हो जाते हैं. अतः एक सफल राजनेता की कुंडली में विशिष्ट ग्रह योगों का पूर्ण बली होना अति आवश्यक है।