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पटना: उमेश कुशवाहा को फिर से बिहार जदयू की कमान मिली है. पार्टी की राज्य परिषद की बैठक में उमेश कुशवाहा को फिर से बिहार के जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव पर मुहर लगा दी गई है और सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें जीत का सर्टिफिकेट दिया है. इस अवसर पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा के साथ ही पार्टी के सभी सीनियर नेता एवं राज्य परिषद के सैकड़ों सदस्य शामिल रहे. दरअसल जदयू प्रदेश अध्यक्ष के लिए उमेश कुशवाहा ने ही एकमात्र नॉमिनेशन किया है.
दरअसल जेडीयू में चुनाव की घोषणा के साथ ही प्रदेश एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही थी. हालांकि इन चर्चाओं के बीच उमेश कुशवाहा को अगले टर्म के लिए प्रदेश अध्यक्ष बनाए रखने पर निर्णय हुआ है और इस निर्णय का राज्य परिषद की बैठक में मुहर लगी दी गई है. वहीं जदयू राज्य परिषद की आज महत्वपूर्ण बैठक भी है. बैठक में बिहार राज निर्वाचन पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद सिंह की ओर से तीन प्रस्ताव रखे जाएंगे. उमेश कुशवाहा के निर्विरोध निर्वाचन पर मुहर लगने के साथ ही राज्य परिषद के गठन और राज्य कार्यकारिणी के गठन के संबंध में भी प्रस्ताव लाए जाएंगे.
बैठक को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और फिर से प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित होने वाले उमेश कुशवाहा संबोधित करेंगे. बताया जा रहा है कि राज्य परिषद की बैठक में तीनों नेता वहां उपस्थित नेताओं को संबोधित कर आगे की रणनीति बताएंगे. कहा जा रहा है कि इस बैठक में 2024-2025 की रणनीति भी तैयार होगी. जदयू के लिए आज महत्वपूर्ण बैठक है. प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के साथ ही प्रदेश के सांगठनिक चुनाव का कार्यक्रम संपन्न हो जाएगा. 9 जिलों में जहां चुनाव नहीं हुए हैं, उसको लेकर बाद में फैसला होगा.
बता दें कि उमेश सिंह कुशवाहा को शनिवार को दूसरी बार निर्विरोध जेडीयू का प्रदेश अध्यक्ष चुना गया. दरअसल जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए शनिवार को अपना नामांकन दाखिल किया था. नॉमिनेशन के निर्धारित समय के भीतर उनके खिलाफ किसी और ने नामांकन दाखिल नहीं किया. जिसके बाद उनके कागजातों की जांच हुई और उन्हें निर्विरोध जेडीयू का प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित कर दिया गया.उमेश कुशवाहा पिछले 22 महीने से जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर तैनात हैं. 2019 में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हुआ था जिसमें वशिष्ठ नारायण सिंह निर्विरोध प्रदेश अध्यक्ष चुने गए थे लेकिन उनकी तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण वशिष्ठ नारायण सिंह ने पद से त्यागपत्र दिया था. जिसके बाद उमेश कुशवाहा को जदयू का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था.