नवादा से आलोक वर्मा की रिपोर्ट
हिसुआ(नवादा ): पिछले शनिवार को गया - किऊल रेलखंड के तिलैया जंक्शन के पूर्व दिशा में स्थित ब्रिज संख्या-230 के समीप हिसुआ बाजार के मकबरा चौक निवासी मो. शहादत का शव बरामदगी मामले की हिसुआ पुलिस ने 120 घंटे के भीतर उद्भेदन कर दिया है।
बता दें कि मृत शहादत के परिजनों ने अपने बेटे की प्रेम - प्रसंग में हत्या कर उसके शव को रेलवे लाइन के किनारे फेंक देने की बात कही थी। क्योंकि परिजनों को यह पता था कि शहादत का मोहल्ले के ही एक यूवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी से गुस्साए उस युवती के परिजनों ने शहादत की हत्या कर शव को रेलवे पटरी के किनारे फेंक दिया था। ताकि लोग यह समझे कि उसकी मृत्यु ट्रेन एक्सीडेंट में हुआ है।
हिसुआ पुलिस ने गहन जांच करने के बाद शहादत की हत्या प्रेम -प्रसंग के कारण ही होने की बात स्वीकार की है।
इस हत्या कांड में गहन जांच करने के बाद हिसुआ पुलिस ने 7 आरोपियों को नामजद किया है। जिसमें दो आरोपी मोहम्मद शहजाद आलम और मोहम्मद मजीद आलम दोनों पिता मोहम्मद मुस्तफा ऊर्फ विगन मियां मकबरा चौक निवासी को गिरफ्तार कर मंडल कारा नवादा भेज दिया है। हत्याकांड के बाद दोनों आरोपी छुप - छुप कर रह रहा था ,क्योंकि हिसुआ पुलिस सारे अभियुक्तों के पीछे हाथ धो कर पड़ी हुई थी। जैसे ही हिसुआ पुलिस को गुप्त सूचना मिली की दो आरोपी हिसुआ बस स्टैंड से बस पकड़ कर कहीं भागने की फिराक में खड़ा है। उतने में ही हिसुआ थाना प्रभारी मोहन कुमार एवं उनके सहयोगी पुलिसकर्मियों ने बस स्टैंड में घेर कर दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। इस हत्याकांड के उद्भेदन के बाद हिसुआ के लोगों ने हिसुआ पुलिस के प्रति अपना विश्वास जताया है, साथ हीं हत्याकांड में शामिल अभियुक्तों के ऊपर कठोर कार्रवाई किए जाने का विश्वास दिलाया है।