बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से अब तक 25 लोगों की संदिग्ध मौत हो गई है. वहीं कई लोगों की हालत गंभीर है. ऐसे में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है. 5 लोगों की मंगलवार देर रात हुई थी. 16 से अधिक लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. पुलिस ने मामले में 14 लोगों को हिरासत में लिया है. सारण जिले के मशरक, इसुआपुर, अमनौर व मढ़ौरा में इन लोगों की संदिग्ध मौत हुई है. सभी मौत जहरीली शराब के सेवन से होने की बात कही जा रही है. सिविल सर्जन डॉ सागरदुलाल सिन्हा ने 16 मृतकों के पोस्टमार्टम करने तथा 13 बीमार लोगों के सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किये जाने की बात कही है. हालांकि अभी आधिकारिक रूप से 25 मौत की पुष्टि नहीं की गयी है.
घटना की सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया. डीएम व एसपी ने मशरक, इसुआपुर में पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया. वहीं मृतक के परिजनों से भी मुलाकात की. मृतकों के परिजनों ने सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान बताया कि मंगलवार की देर रात ही तबीयत बिगड़ने लगी थी. जिसके बाद एक-एक कर पीड़ितों को छपरा सदर अस्पताल लाया गया. परिजनों के मुताबिक सभी ने शराब पी थी. जैसे ही घर लौटे तो कुछ देर बाद तबीयत बिगड़ने लगी. अचानक से तेज बुखार चढ़ गया. उल्टियां होने लगीं. पेट दर्द की शिकायत होने लगी. अस्पताल ले जाने के दौरान ही मंगलवार को 3 लोगों की मौत हो चुकी थी. बाकी की इलाज के दौरान मौत हुई है.
चारों प्रखंडों में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ने के संबंध में वरीय पदाधिकारियों द्वारा पूछताछ के दौरान यह बात सामने आयी है कि अधिकतर लोगों की मौत शराब सेवन करने वाले व्यक्ति के परिजनों द्वारा प्रशासन से सूचना छिपाने जाने के कारण हुई है. जिससे बीमार लोगों के सदर अस्पताल में पहुंचने में विलंब होने के कारण समय पर इलाज नहीं होने से मौत का आंकड़ा बढ़ता गया. मशरक, इसुआपुर, मढ़ौरा व अमनौर में मरने वाले लोगों में अधिकतर युवा वर्ग के हैं. कुल मृतकों में 14 सिर्फ मशरक थाना क्षेत्र है. जबकि पांच इसुआपुर के हैं. वहीं तीन अमनौर थाना के ही बताये गये है. वहीं एक मृतक विक्की महतो मढ़ौरा थाना क्षेत्र है.
सारण के डीएम राजेश मीणा ने कहा कि संदिग्ध मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि मौत का कारण क्या है. प्रशासन के द्वारा मशरक, इसुआपुर में लोगों से पूछताछ कर तथा परिजनों से जानकारी लेने के बाद घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है. जांच के बाद इस मामले में जो भी दोषी पाये जायेंगे. उनके खिलाफ कारवाई की जायेगी. अब तक 16 लोगों की मौत तथा 13 लोगों के इलाजरत होने की सूचना मिली है.
बता दें कि जहरीली शराब से मौत का मामला बिहार विधानसभा में भी गूंजा. भाजपा ने शराबबंदी नीति पर सवाल किए और जहरीली शराब से हो रही मौतों को लेकर सरकार को घेरा तो सीएम नीतीश कुमार आक्रमक हो गए और धमकी भरे लहजे में भाजपा सदस्यों को चेताया. वहीं इस मामले पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य में जब शराब बंदी नहीं थी, तब भी लोग जहरीली शराब पीकर मरते थे. तब बीजेपी कहां थी. बीजेपी यहां 10 से 15 साल तक सत्ता में थी तो उन्होंने कुछ क्यों नहीं किया. आज उन्हें शराबबंदी विफल होने की याद आ रही है.
जहरीली शराब से इन लोगों की हुई मौत
1.विचेन्द्र राय पिता नर्सिंग राय ( डोइएला)
2.हरेंद्र राम पिता गणेश राम ( मशरख तख़्त)
3.रामजी साह पिता गोपाल साह ( मशरख )
4.अमित रंजन पिता दीजेंद्र सिन्हा ( डोइला )
5.संजय सिंह पिता वकील सिंह ( डोइएला )
6.कुणाल सिंह पिता यदु सिंह ( मशरख )
7.मुकेश शर्मा पिता बच्चा शर्मा
8.मंगल राय पिता गुलराज राय, मशरख
9.अजय गिरी पिता सूरज गिरी
10.भरत राम (28वर्ष) पिता मोहन राम
11.मनोज राम पिता लालबाबू राम
12.मंगल राय,पिता गुलज़ार राय, मशरक
13.नासिर हुसैन, पिता शमसुद्दीन, मशरक
14.रमेश राम,पिता कन्हैया राम,मशरक
15.चन्द्रमा राम,पिता हेमराज राम,मशरक
16.विक्की महतो,पिता सुरेश महतो, मढ़ौरा
17.गोविंद राय,घिनावन राय,पचखंडा,मशरख
18.ललन राम (55), पिता करीमन राम, मशरख
19.प्रेमचंद साह, पिता मुनिलाल साह, रामपुर अटौली, इसुआपुर
20.दिनेश ठाकुर, पिता अशर्फी ठाकुर, महुली इसुआपुर
21.सीताराम राय (50वर्ष) पिता- सिपाही राय, बहरौली, मशरख