संवाद
केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की राष्ट्रीय लोजपा के पूर्व नेता श्रवण अग्रवाल ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने के बाद मंगलवार को श्रवण अग्रवाल ने चाचा पशुपति पारस के साथ-साथ भतीजे व जमुई सांसद चिराग पासवान को भी चुनौती देने का फैसला कर दिया है. इसके लिए जल्द ही श्रवण अग्रवाल अपनी नई पार्टी बनाने जा रहे हैं.
बताया जा रहा है कि श्रवण अग्रवाल पार्टी के आगे के नाम में ‘लोक जनशक्ति’ का इस्तेमाल करेंगे. इसके लिए वो और उनके साथ देने वाले लोग जल्द ही दिल्ली में चुनाव आयोग जाएंगे. श्रवण अग्रवाल ने कहा कि मेरी लड़ाई पशुपति कुमार पारस से नहीं बल्कि उनके आसपास के लोगों से है. जो लूट मचाए हुए हैं. पार्टी को बर्बाद कर रहे हैं. इतना ही नहीं श्रवण अग्रवाल ने चिराग पासवान पर भी जमकर हमला बोला है.
श्रवण अग्रवाल ने दावा किया है कि राष्ट्रीय लोजपा में पार्टी के प्रति समर्पित नेताओं और कार्यकर्ता की पूछ नहीं है. उन्हें हाशिए पर रखा गया है. उनका कहना है कि अभी से ही कई नेता और कार्यकर्ता मेरे साथ हैं. जैसे ही नई पार्टी बनेगी, वैसे ही केंद्रीय मंत्री की पार्टी को छोड़कर कई नेता और कार्यकर्ता हमारे साथ आ जाएंगे. वहां कई लोग इस्तीफ देने की तैयारी में हैं.
पशुपति कुमार पारस के साथ ही लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई सांसद चिराग पासवान पर भी श्रवण अग्रवाल ने बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इन दोनों की आपस की लड़ाई की वजह से बिहार के दलितों, शोषितों और पासवान समुदाय का नुकसान हुआ है. श्रवण अग्रवाल का कहना है कि इन दोनों की लड़ाई की वजह से ही राज्य सरकार पासवानों को टारगेट कर रही है.