भाजपा पर बरसी डिंपल यादव, कहा-जनता लड़ रही मेरा चुनाव, जब नतीजे आएंगे तो मैनपुरी इतिहास रचेगा
संवाद
पटना: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी उपचुनाव को लेकर अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. यहां से सपा ने डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया है. मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव की लड़ाई अपने चरम पर पहुंच गई है. समाजवादी पार्टी ने अपनी मुलायम सिंह यादव की सीट बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. सपा की प्रत्याशी पूर्व सांसद डिंपल यादव ने दावा करते हुए कहा कि इस बार भी मैनपुरी नेताजी को ही सम्मान देगी. वहीं उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना भी साधा.
डिंपल यादव ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैनपुरी के लोगों ने नेताजी के विकास को देखा है. भाजपा नेता यह क्यों नहीं बताते कि भाजपा सरकार में विकास के नाम पर जिले में क्या किया है. भाजपा सरकार में मैनपुरी के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है. डिंपल ने कहा कि मैनपुरी का उपचुनाव होने जा रहा है और यह पहला ऐसा चुनाव है जब हमारे पूजनीय नेता जी हमारे बीच नहीं हैं. यहां मौजूद जितने भी बुजुर्ग हैं आप सब लोगों ने नेताजी के संघर्ष में उनका साथ दिया है. मुझे पता है कि आप नेता जी के कंधे से कंधा मिलाकर कर चले हैं.
सभी से वोट करने की अपील करते हुए डिंपल यादव ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने क्षेत्र के हर वर्ग का सम्मान बढ़ाया. अब आप 5 तारीख को उनका सम्मान बढाने का काम करेंगे उन्हें श्रद्धाजलि देंगे. इस क्षेत्र की जनता नेता जी का परिवार है जिनके सुख-दुख में नेता जी हमेशा उनके साथ रहे. इस क्षेत्र की जनता मेरा चुनाव लड़ रही है. देखिएगा कि जब नतीजे आएंगे तो यह क्षेत्र इतिहास रचेगा. इसलिए सभी निवासी साइकल पर बटन दबाएं. पूरा भरोसा है कि यहां 99 प्रतिशत वोटिंग होगी.
वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नुक्कड़ सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भाजपा नफरत फैलाने का काम करती है. जिले में दिखने वाला विकास सपा शासन में ही हुआ है. गांव कुशलपुर में अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा जाति व देश में नफरत फैलाकर राजनीति कर रही है. नफरत में कोई बजट नहीं लगता है जबकि विकास में बजट खर्च होता है. भाजपा समाज में विघटन पैदा कर रही है. सपा प्रत्याशी से पूरा प्रशासन और सरकार मिलकर चुनाव लड़ रही है. समाजवादी सरकार ने ही 23 महीने में अच्छा गुणवत्ता वाला एक्सप्रेस वे बनाकर उस पर सुखोई विमान तक उतरवा दिया. जबकि भाजपा सरकार में बनाए गए एक्सप्रेस वे उद्घाटन के बाद ही टूटने लगे हैं.
बता दें कि मैनपुरी लोकसभा सीट सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हो गई थी. जिस पर 5 दिसंबर को मतदान होगा. मैनपुरी से दिवंगत समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव चुनाव लड़ते थे अब उनकी मौत के बाद उनकी विरासत को उनकी बहू डिंपल यादव संभालेंगी. जहां सपा से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनावी मैदान में हैं तो वहीं बीजेपी ने पूर्व सांसद रघुराज शाक्य को प्रत्याशी बनाया है. मैनपुरी सीट से 1996 में मुलायम सिंह पहली बार जीतकर लोकसभा पहुंचे थे. तब से वे या उनके परिवार का कोई न कोई सदस्य मैनपुरी सीट से सांसद रहा है. ऐसे में यह सीट डिंपल यादव के भविष्य के लिए दुर्ग साबित हो सकती है, जिसे भेदना बीजेपी के लिए आसान नहीं होगा. यह सीट सियासी रूप से सपा की सबसे सुरक्षित सीटों में से एक है.