इस घटना के बाद संगठन के प्रमुख नारायण गौड़ा समेत कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इन कार्यकर्ताओं में बड़ी तादाद में महिलाएं भी शामिल रहीं. कन्नड़ रक्षण वेदिका के कार्यकर्ताओं ने कम से कम 5 गाड़ियों में तोड़फोड़ को अंजाम दिया है. ये कार्यकर्ता गाड़ियों की छतों पर चढ़ कर और गाड़ियों के नीचे लेट कर यह चिल्ला रहे हैं कि वे महाराष्ट्र की गाड़ियों को आगे नहीं जाने देंगे. ये गाड़ियां पुणे से बेंगलुरु की तरफ जा रही थीं. नारायण गौड़ा ने हिरासत में लिए जाने से पहले चीखते हुए कहा कि बेलगावी (बेलगाम) कर्नाटक का अविभाज्य हिस्सा है. हमें बेलगावी जाते वक्त पुलिस ने रोक दिया है. कन्नड़ रक्षण वेदिका और महाराष्ट्र एकीकरण समिति के कार्यकर्ता अर्से से एक दूसरे से भिड़ते रहे हैं.
शिंदे सरकार में कैबिनेट मंत्री शंभूराज देसाई ने इस घटना का निषेध किया. कैबिनेट मंत्री उदय सामंत ने भी इस घटना का निषेध करते हुए कहा कि तोड़फोड़ करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाए. कर्नाटक-महाराष्ट्र के सीमाविवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू है. कोर्ट का फैसला सबको मान्य होगा. भारत में लोकतंत्र है. महाराष्ट्र में ठाकरे गुट इस मुद्दे पर आक्रामक हो गया है. ठाकरे गुट की ओर से संजय पवार और उनके समर्थकों की ओर से कहा जा रहा है कि उन्होंने 5 गाड़िया तोड़ी, हम 50 तोड़ेंगे. संजय पवार और उनके कार्यकर्ता बेलगावी जाने की तैयारी कर रहे हैं.