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पटना: बिहार स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (BSSC) यानी बीएसएससी की आयोजित तृतीय स्नातक स्तरीय प्रारंभिक परीक्षा के पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. इस मामले में EoU की टीम ने मोतिहारी से एक शिक्षक को गिरफ्तार किया है. जिसे पूछताछ के लिए पटना लेकर आई है. वहीं टीम ने कई लोगों से पूछताछ की है. इसकी जानकारी मोतिहारी एसपी आशीष कुमार ने दी. बताया जा रहा है कि बीएसएससी परीक्षा का प्रश्न पत्र मोतिहारी से ही वायरल हुआ है.
प्रश्नपत्र जांच की जिम्मेवारी मिलने के बाद ईओयू की टीम का एक्शन शुरू हो गया है. वैज्ञानिक आधार पर की गई जांच में पेपर लीक का तार मोतिहारी से जुड़ता दिख रहा है. उसके बाद ईओयू की टीम मोतिहारी आई और कई लोगों से पूछताछ की. साथ ही रात में ही ईओयू ने कई ठिकानों पर छापेमारी कर एक निजी विद्यालय शिक्षक को गिरफ्तार किया है. मोतिहारी एसपी आशीष कुमार ने बताया कि ईओयू की टीम आई थी. बीती रात कई जगहों पर छापेमारी की गई है. एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए ईओयू की टीम गिरफ्तार करके अपने साथ ले गई है. प्रथम दृष्टया जांच में मोतिहारी के एक परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र लीक होने की बात सामने आई है.
एसपी ने बताया कि जिस स्कूल के शिक्षक को गिफ्तार किया गया है. उस निजी विद्यालय में भी बीएसएससी का परीक्षा केंद्र बनाया गया था. जहां से एक परीक्षार्थी द्वारा प्रश्नपत्र वायरल किए जाने की संभावना है. जिस कमरा में वह परीक्षार्थी परीक्षा दे रहा था. उस कमरा में तैनात शिक्षक को ईओयू ने गिरफ्तार कर लिया. जिनसे पूछताछ की जा रही है. आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारियों की मानें तो बीएसएससी परीक्षा का प्रश्न पत्र मोतिहारी से ही वायरल हुआ है. इस बात के पुख्ता सबूत टेक्निकल आधार पर हासिल हुए हैं.
बता दें कि बीएसएससी पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई द्वारा अपने ही थाने में एक केस रजिस्टर्ड किया गया है जिसमें 2 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. केस रजिस्टर्ड करने के साथ ही आर्थिक अपराध इकाई ने जांच और छापेमारी का दायरा बढ़ा दिया है. शुक्रवार को बीएसएससी की परीक्षा हुई थी. जिसमें घंटे भर के बाद से प्रश्नपत्र वायरल होने लगा था. परीक्षा समाप्ति के बाद जब वायरल प्रश्नपत्र का मिलान किया गया तो वायरल प्रश्नपत्र सही निकला. इसके बाद आयोग ने प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच का जिम्मा आर्थिक अपराध इकाई को सौंप दी थी.