पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिप्पणी को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की जमकर क्लास लगाई ।
नटवर सिंह ने कहा कि 32 वर्षीय लड़के बिलावल को 70 वर्षीय PM मोदी को 'अपरिपक्व राजनेता' कहना शोभा नहीं देता। नटवर सिंह ने कहा कि बिलाबल भुट्टो भूल रहे हैं कि वे भारत के प्रधान मंत्री के बारे में बात कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि बिलावल भुट्टो बेशक एक विदेशी विश्वविद्यालय में शिक्षित हैं लेकिन तमीज के नाम पर उन्होंने कुछ भी नहीं सीखा है। उन्होंने कहा, "कूटनीति में भाषा अधिक महत्वपूर्ण होती है, इसे हमेशा विनम्र होना चाहिए।"
बिलावल भुट्टो के विवादित बयान पर नटवर सिंह ने सवाल उठाते हुए पूछा है कि आखिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बिलावल से कुछ पूछते क्यों नहीं हैं? पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि अगर सीमा पार से इस तरह के सार्वजनिक बयान दिए जा रहे हैं तो भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को सुधारा नहीं जा सकता है। "हम पाकिस्तान के साथ संबंध कैसे विकसित कर सकते हैं? पाकिस्तान के साथ संबंध बनाना संभव नहीं है अगर उनके नेता इस तरह की बात करते हैं। पाकिस्तान आतंकवादियों का अड्डा है। दुनिया इसे जानती है। स्कूली बच्चों को कौन मारता है? लेकिन यह पाकिस्तान में हुआ।"
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र में विदेश मंत्री एस जयशंकर की टिप्पणी के जवाब में कि पाकिस्तान ने वांछित आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के बारे में बिलावल भुट्टो ने कहा था कि "ओसामा मारा गया लेकिन गुजरात का कसाई रहता है, और वह भारत का प्रधान मंत्री है"।
इस टिप्पणी ने पूरे देश में बड़े पैमाने पर आक्रोश और व्यापक विरोध प्रदर्शन किए गए। पूरे देश में भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस मामले में अपना आक्रोश निकालने के लिए बिलावल के पुतले फूंके।
इससे पहले, विदेश मंत्रालय (MEA) ने भी पीएम मोदी पर अपने 'असभ्य आक्रोश' के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री की खिंचाई करते हुए कहा, "ये टिप्पणियां पाकिस्तान के लिए भी एक नया निचला स्तर हैं।"
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था, "पाकिस्तान के विदेश मंत्री की हताशा उनके अपने देश में आतंकवादी उद्यमों के मास्टरमाइंडों द्वारा निर्देशित होगी, जिन्होंने आतंकवाद को अपनी राज्य नीति का हिस्सा बना लिया है। पाकिस्तान को अपनी मानसिकता बदलने या अछूत बने रहने की जरूरत है।"