समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज पुलिस मुख्यालय में सपा का मीडिया सेल हेंडल करने वाले जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी के विरोध मे धरना प्रदर्शन कर रहे थे।
इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने उनसे चाय के लिए पूछा तो अखिलेश ने चाय पीने से यह कहते हुए मना कर दिया कि हम आपकी चाय नहीं पिएंगे। कहीं आप ने हमे चाय में जहर मिलाकर दे दिया तो। इस पर वहां मौजूद अधिकारी मुस्कुराए तो अखिलेश फिर बोले कि हां हमे आप लोगों पर बिलकुल भी भरोसा नहीं है। हम चाय अपनी मंगवाएंगे और कप आपका ले लेंगे। अखिलेश ने कहा य तो हम अपनी चाय लाएंगे तब पिएंगे या बाहर की पिएंगे। आप अपनी चाय पियो हम अपनी चाय पिएंगे।
इसके बाद अखिलेश ने वहां खड़े विकास नाम के युवक से कहा कि विकास बाहर जाओ और देखो कि कहीं चाय मिल रही है क्या। अगर मिल रही है तो लेकर आओ। हम इनसे कप लेकर चाय पिएंगे। पर इनकी दी हुई चाय नहीं पिएंगे। बता दें कि समाजवादी पार्टी का ट्विटर हैंडल संचालन करने वाले कार्यकर्ता मनीष जगन को रविवार सुबह पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
मनीष पर सपा के ट्विटर हैंडल से अभद्र टिप्पणी करने और सौहार्द बिगाड़ने के प्रयास का आरोप है। इस मामले में जगन के खिलाफ हजरतगंज और जानकीपुरम कोतवाली में मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस जगन की तलाश कर रही थी।
जगन की गिरफ्तारी की सूचना पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता शहीदपथ किनारे स्थित उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय पहुंचे और धरने पर बैठ गए। इस दौरान अखिलेश यादव कुछ नेताओं के साथ मुख्यालय के अंदर गए। अंदर जाकर अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस मुख्यालय में कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं है।
बता दें कि पुलिस अधिकारी सपा कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास करने में लगे। लेकिन वह जगन की रिहाई किए जाने की जिद पर अड़े रहे। डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि जगन ने ट्विटर हैंडल के माध्यम से अभद्र टिप्पणी की है। इस मामले में उसके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। जगन को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।