बिहार में अब कुत्ते आदमखोर हो गए हैं, वह 50 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। जिसमें 10 लोगों की मौत भी हो गई है। कुतों के जानलेवा हमले के बाद अब बेगूसराय जिला प्रशासन ने उनको मारने का निर्णय लिया है। कुत्तों के आंतक को खत्म करन के लिए उनका एनकाउंटर किया जा रहा है। पटना से आई स्पेशल शूटर्स टीम इन आदमखोर डॉग को ढूंढ-ढूंढकर गोली मार रही है।
अब तक 35 से ज्यादा कुत्तों को मार डाला
दरअसल, बेगूसराय जिला प्रशासन ने पटना से इन आदमखोर कुत्तों को मारने के लिए स्पेशल शूटर को बुलाया। जिसके बाद वन एवं पर्यावरण विभाग पटना की टीम मंगलवार को बहियार क्षेत्र पहुंची और ग्रामीणों की मदद से 15 कुत्तों को मौत के घाट उतार दिया। वहीं दूसरे दिन बुधवार को भी टीम ने 9 कुत्तों को मार डाला। इससे पहले 23 दिसंबर को पटना के शूटर्स ने ही 12 कुत्तों को मारा था।
महिलाओं को पर हमला कर बना रहे शिकार
वहीं इस मामले में बेगूसराय जिला प्रशासन का कहना है कि पिछले दिनों छवाड़ा प्रखंड के विभिन्न गांवों में कुत्तों ने लोगों पर हमला किया और उनको मार डाला, जिसमें मुख्य रूप से महिलाएं शामिल थीं, जिसके बाद अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि इन कुत्तों के हमले से रविवार को जिला अस्पताल में एक महिला की मौत हो गई। सोमवार को खेतों में काम कर रही तीन अन्य महिलाओं पर कुत्तों ने हमला कर घायल कर दिया। डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं।
इस जवह से आदमखोर हो रहे कुत्ते
अधिकारियों ने कहा-कुल मिलाकर एक साल में नौ से दस महिलाओं को कुत्तों ने मार डाला है। कई और घायल हो गए हैं, हजारों ग्रामीणों को आतंक में रहने के लिए मजबूर कर दिया है। पिछले एक माह में चार मौतें हो चुकी हैं। इसके अलावा अधिकारियों ने कहा- ग्रामीण जानवरों के शवों को दफनाने के बजाय खुले में छोड़ देते हैं, जिसे कुत्ते खाते हैं और शारीरिक और व्यवहार दोनों में हिंसक हो जाते हैं। इसलिए इन्हीं में से कुछ कुत्ते आदमखोर हो गए हैं।