संवाद
दरभंगा। सांसद डॉ. गोपालजी ठाकुर ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एम्स पर दिया गया बयान आठ करोड़ मिथिलावासियों के साथ-साथ उत्तर बिहार के विश्वासघात और छल है। उन्होंने कहा कि अब यह साबित हो गया कि बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार दरभंगा में एम्स नहीं बनने देना चाहते है। पूरा सरकारी तंत्र और महागठबंधन के नेता दरभंगा एम्स को लटकाने में एड़ी-चोटी का जोड़ लगा रहे है। पहले तो इनके द्वारा उत्तर बिहार का लाईफ लाइन कहे जाने वाले डीएमसीएच को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ा गया और अब एम्स नहीं बने इसको लेकर तरह-तरह का कुचक्र रचना इनके मिथिला एवं विकास विरोधी मानसिकता को प्रदर्शित करता है। सांसद ने कहा कि बीते दिनों नीतीश कुमार महागठबंधन के नेता के माध्यम से दरभंगा एम्स पर तरह तरह का बयान दिलवा रहे हैं। विकास और एम्स विरोधी राज्य सरकार के मुखिया के इशारे पर महागठबंधन के नेता द्वारा एम्स निर्माण में रुकावट पैदा करने की खुशी में मिठाई वितरण कर जश्न मनाया गया था। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के नेता इसी चक्कर में थे की कब उनकी सरकार बने ताकि दरभंगा एम्स का निर्माण बंद कराया जाय। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को डीएमसीएच के अस्तित्व पर खतरा नजर आ रहा था, उस डीएमसीएच बचाओ एम्स बनाओ संगठन के लोगों को गहरा सदमा लगा होगा, जब उन्ही के ठगबंधन के मुख्यमंत्री ने पूरे डीएमसीएच को ही केंद्र सरकार को सौंपने की बात को दोहरा दिया।