आपने हर गली मोहल्ले में किसी ना किसी नुक्कड़ पर एक खोखा (गुमटी) जरूर देखा होगा, जहां पान लगाया जाता है। साथ ही तंबाकू-सिगरेट आदि भी बिकते हैं। ये खोखे इतने छोटे होते हैं कि कई बार तो लोग इनसे छुट्टे भी वापस नहीं लेते हैं, क्योंकि अक्सर लोगों को लगता है कि छोटी-मोटी चीज बेचकर दुकानदार कितना ही कमा लेता होगा।
अगर आप भी ऐसा ही सोचते हैं, तो जरा ठहरिए। आपकी ये सोच बिल्कुल गलत है, क्योंकि ऐसा भी हो सकता है कि पानी की छोटी सी गुमटी में बैठा शख्स आपसे भी ज्यादा कमाता हो।
इस बात का अंदाजा आप हाल ही में नोएडा के एक पान के खोखे के तय किए गए किराए से लगा सकता है। नोएडा के सेक्टर 18 में एक खोखे का जो कियारा तय किया गया है, उसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। यही कारण है कि ये मामला इन दिनों काफी सुर्खियां बटोर रहा है।
हाल ही में नोएडा के सेक्टर 18 में एक पान के खोखे का किराया सवा तीन लाख रुपये तय की गयी है। अगर आप इसे साल का किराया समझ रहे हैं तो आप गलत हैं, ये रकम साल की नहीं बल्कि एक महीने की है। दरअसल, खोखा चलाने के लिए नीलामी होती है।
एक रिपोर्ट की मानें तो नोएडा प्राधिकरण ने मंगलवार को सेक्टर-18 में किराए पर देने के लिए खोखों की नीलामी की, जिसके बाद 10 खोखों में से सबसे बड़ी बोली सवा तीन लाख रुपये महीना की लगाई गई। बोली लगाने वाले शख्स का नाम सोनू झा है, जो सेक्टर-18 में बीड़ी-सिगरेट बेचने का ही काम करते हैं।
किराए की रकम सुनकर आप इसे इसे कोई बड़ा या खास खोखा समझने की गलती न करें। दरअसल, इस खोखे का क्षेत्रफल केवल 7.59 वर्ग मीटर है। प्राधिकरण ने बताया कि खोखे का आरक्षित किराया 27,000 रुपये महीना तय किया गया था। इस नीलामी में 20 लोग शामिल थे। इसमें कुल 10 खोखे नीलाम किए जाने थे। ऐसे में मंगलवार को सात खोखों पर बोली लगाई गई, जिसमें एक खोखे का किराया तीन लाख पच्चीस हजार रुपए तय किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, व्यापारी सोनू कुमार झा को इस खोखे के लिए 14 महीने का किराया एडवांस में देना होगा। कुल पैसा जमा होने के बाद 10 दिन में अलॉटमेंट लेटर दे दिया जाएगा। हालांकि इस खबर के सामने आते ही बिजनेस जगत में खलबली मची हुई है।