दरभंगा/कुशेश्वरस्थान। सतीघाट-राजघाट मार्ग में कमला नदी पर अवस्थित सोहरबा घाट पुल सोमवार को ध्वस्त हो गया। घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। मालूम हो कि यह पुल वर्ष 2004 में तत्कालीन विधायक डॉ. अशोक कुमार के ऐच्छिक कोष से बना था। पुल करीब तीन वर्षों से जर्जर अवस्था में था, लेकिन इसके मरम्मत कार्य कभी नहीं हुआ। लोग पुल के मरम्मत के साथ-साथ जर्जर सड़क के निर्माण की मांग लगातार कर रहे थे, लेकिन किसी ने इसपर कोई ध्यान नहीं दिया। फिलहाल इस मार्ग का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसमें अभिकर्ता को पुल का भी निर्माण करना है, लेकिन ठिकेदार की लापरवाही एवं लेट लतीफी कार्य शैली के वजह से पुल का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है।
इधर स्थानीय लोगों के अनुसार घटना तब हुई जब एक बालू से लदा 14 चक्के की ट्रक गुजर रही थी, तभी पुल बीच से ध्वस्त हो कर लटक गया। ट्रक पुल में फंसकर झूल रहा है। इधर ट्रक चालक एवं उप चालक बाल-बाल बच गए। इस दौरान एक बाइक सवार भी पुल के नीचे गिर गया। लोगों ने घायल बाइक सवार को बचाया और पीएचसी सतीघाट में भर्ती कराया। जहां उनका इलाज चल रहा है। घायल बाइक सवार खतरे से बाहर बताया जाता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि संयोग था कि उस वक्त पुल से होकर लोगों का आवा-जाही नहीं हो रहा था। नहीं तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। पुल के दोनों किनारे लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। घटना की सूचना पर थाना अध्यक्ष अमित कुमार एवं राजस्व अधिकारी शिवम श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। इस संबंध में पथ प्रमंडल, बेनीपुर के कार्यपालक अभियंता कांति भूषण ने बताया कि बहुत जल्द यातायात व्यवस्था चालू रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था किया जाएगा। ज्ञात हो कि इस पुल के टूटने से दरभंगा और समस्तीपुर जिला के कई पंचायतों की लाखों की आबादी प्रभावित हो गई है।