पश्चिम मध्य रेलवे के बीना स्टेशन पर पिछले दिनों अहमदाबाद से चलकर गोरखपुर जाने वाली ट्रेन बड़े हादसे का शिकार होने से उस वक्त बाल-बाल बची, जब अचानक लोको पायलट ने लाल सिग्नल होने के बावजूद ट्रेन को आगे बढ़ा दिया, जैसे ही इस इस गलती का अहसास हुआ, तुरंत ही ट्रेन को लगभग 50 मीटर पीछे किया गया.
आश्चर्य की बात यह है कि यह घटना सैकड़ों यात्रियों, रेल कर्मचारियों के सामने घटित हुई और ट्रेन 1 घंटा 20 मिनट तक प्लेटफार्म पर खड़ी रही, किंतु रेल प्रशासन को इसकी खबर नहीं है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि गाड़ी संख्या 19489 अहमदाबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस गत 23 जनवरी की देर रात 23.45 बजे के लगभग बीना स्टेशन पर पहुंची, यहां पर क्रू चेंज होना था, लेकिन इसी दौरान क्रू चेंज होने के बाद उसमें बीना से कटनी तक के लिए इंजिन में स्टाफ सवार हुआ, ट्रेन को रवाना होने में टाइम था और सामने लाल सिग्नल दिया हुआ था, किंतु अचानक ट्रेन आगे चलने लगी. जिससे हड़कम्प मच गया. यात्री प्लेटफार्म पर खड़े थे, वे दौड़कर ट्रेन में चढऩे लगे, जबकि गार्ड व अन्य कर्मचारी भी सकते में आ गये कि अभी तो सिग्नल नहीं हुआ है, ट्रेन कैसे आगे बढ़ गई, किंतु रेड सिग्नल के आगे 50 मीटर बढऩे के बाद ट्रेन रुक गई और उसे तुरंत ही आनन-फानन में वापस पीछे लाया गया.
बताया जाता है कि इस घटना की जानकारी तत्काल ही आला अधिकारियों को दी गई, किंतु इस मामले में रेल प्रशासन पूरी तरह से लीपापोती में लग गया है, क्योंकि इस तरह की घटनाओं पर पूर्व के रेल बोर्ड के चेयरमैन/सीईओ ने एक भरी मीटिंग में पमरे प्रशासन की खिंचाई की थी, जिसके चलते रेल प्रशासन नहीं चाहता था कि उसका रिकॉर्ड रेलवे बोर्ड स्तर पर खराब हो.
इनका कहना...
- बीना स्टेशन पर ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है, रेल प्रशासन सुरक्षित रेल संचालन के लिए प्रतिबद्ध है. स्पैड की घटनाओं पर रेलवे के नियम बड़े सख्त हैं.
राहुल श्रीवास्तव, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पमरे जबलपुर.