संवाद
पटना: बिहार के बक्सर में गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के काफिले पर पत्थरबाजी हो गई. इस घटना में केंद्रीय मंत्री बाल-बाल बचे. यह घटना बक्सर के बनारपुर गांव की है. दरअसल अश्विनी चौबे बक्सर से सांसद हैं. आज अश्विनी चौबे 86 दिनों से ज्यादा से धरने पर बैठे किसानों की समस्या सुनने बक्सर के बनारपुर पहुंचे थे. लेकिन उन्हें किसानों की नाराजगी झेलनी पड़ी. उनके काफिले पर गुस्साए लोगों ने पथराव कर दिया. किसी तरह सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वहां से निकाला. लोगों के गुस्से को भांपते हुए अश्विनी चौबे वहां से भाग खड़े हुए.
दरसल बक्सर के चौसा में 86 दिनों से जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर किसान धरने पर बैठे हैं. पुलिस ने उन पर दो दिन पहले बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया. इसके बाद किसानों ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. नाराज किसान उग्र हो गए और पुलिस और किसानों के बीच भीषण टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. आज अश्विनी चौबे 86 दिनों से ज्यादा से धरने पर बैठे किसानों की समस्या सुनने बक्सर के बनारपुर पहुंचे थे. लेकिन उन्हें किसानों की नाराजगी झेलनी पड़ी. उनके काफिले पर गुस्साए लोगों ने पथराव कर दिया. अश्विनी चौबे जान बचाने के लिए गाड़ी में बैठकर भाग खड़े हुए.
बताया जाता है कि आज बक्सर के सांसद अश्विनी कुमार चौबे उनसे मिलने उनका हालचाल लेने पहुंचे थे. इस बीच उन्होंने किसानों की जमीन अधिग्रहण कर लेने के बावजूद उन्हें मुआवजा नहीं देने जाने का दोष सरकार पर मढ़ा. आंदोलित किसानों के बीच जब अश्विनी चौबे अपना भाषण दे रहे थे. इसके बाद किसानों ने उनसे पूछा कि आखिर इतने दिन तक कहां थे? आंदोलन 86 दिन से भी ज्यादा दिन से चल रहा था। इस पर अश्विनी चौबे के पास कोई वाजिब जवाब नहीं था. किसानों ने अश्विनी चौबे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. किसानों के बीच उग्र होते माहौल को देखकर अश्वनी चौबे वहां से जाने की कोशिश करने लगे. लेकिन बनारपुर में किसानों ने अश्वनी चौबे के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पत्थरबाजी भी कर दी. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें घेरे में ले लिया. अश्विनी चौबे को बनारपुर से बचाकर ले गए.
इसके पहले अश्विनी चौबे ने बक्सर में हुई घटना को लेकर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खरी-खोटी सुनाई. उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों को नीतीश सरकार बर्खास्त करे. ऐसी कार्रवाई तो आतंकवादियों के लिए भी नहीं की जाती. अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार के धृष्ट राष्ट्र कुमार, चाचा-भतीजा की सरकार चला रहे हैं और आपको मालूम नहीं आपका न्याय तंत्र कहां है? उन्होंने कहा कि जिन पुलिसकर्मियों ने कानून हाथ में लेकर लाठीचार्ज किया है उन पुलिसकर्मियों को सरकार बर्खास्त करे. जो भी किसानों पर झूठे केस हुए उसे सरकार वापस ले.