राजधानी दिल्ली के शाहदरा जिले के एक सरकारी स्कूल में मंगलवार को मिड डे मील खाने से स्कूली बच्चियां बीमार हो गई हैं, जिन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.
यह वही स्कूल हैं जिनके वर्ल्ड क्लास होने की केजरीवाल और उनके डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया तारीफ़ करते नहीं अघाते हैं. इनके बारे में लाखों रुपए खर्च कर न्यूयॉर्क के अखबारों में विज्ञापन छपवाते हैं.
मिड डे मील खाने से बच्चियों ने पेट में दर्द की शिकायत की. वे उल्टियां करने लगीं, जिसके बाद इलाज के लिए आधा दर्जन से ज्यादा बच्चियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
यह मामला झिलमिल कॉलोनी के राजकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या विद्यालय का है. स्कूली छात्राओं के मुताबिक, मंगलवार सुबह जब छठी कक्षा की छात्राओं को मिड डे मील परोसा जा रहा था. उस समय छात्रों ने परोसे जा रहे खाने से बदबू आने की शिकायत की.लेकिन शिक्षकों ने अनसुना कर दिया.
बच्चियों के मिड डे मील खाने के बाद बच्चियों ने पेट दर्द और उल्टियों की शिकायत की, जिसके बाद स्कूल में हड़कंप मच गया. इसके बाद आनन-फानन में बच्चियों को हेडगेवार अस्पताल ले जाया गया.
छात्राओं के परिजनों ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि स्कूल में बच्चों को जहर खिलाया जा रहा है, जिससे बच्चे बीमार हो रहे हैं. सरकार को चाहिए कि गुणवत्ता जांचे बिना खाना नही परोसा जाए. इस तरह की लापरवाही से बच्चों की जान पर भी बन सकती है.
बीमार बच्चों का हालचाल जानने अस्पताल पहुंचे गांदी नगर से आप विधायक एसके बग्गा ने कहा कि सभी खतरे से बाहर हैं लेकिन सभी छात्रों को कल तक ऑब्जर्वेशन में अस्पताल में रखा जाएगा. दोषी मिड डे मील परोसने वाली कंपनी पर कार्यवाही की जाएगी.