कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस वह पार्टी है जिसने देश में ''अवैध चीजों और भ्रष्टाचार'' को बढ़ावा दिया है।
मुख्यमंत्री ने उनके और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं के खिलाफ विपक्षी दल द्वारा पुलिस में की गई शिकायत को ''हास्यास्पद और निंदनीय'' बताया।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस विधायकों को हाल में तुमकुरु जिले के कुनिगल में मतदाताओं को 'प्रेशर कुकर' वितरित करते हुए ''रंगे हाथों'' पकड़ा गया था और उन पर वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा जुर्माना लगाया गया था। बोम्मई ने कांग्रेस को ''प्रेशर कुकर पार्टी'' कहा।
कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए रिश्वत देने का आरोप लगाते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष नलिन कुमार कतील, मुख्यमंत्री बोम्मई और विधायक रमेश जारकीहोली के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
राज्य में विधानसभा चुनाव मई में होने हैं और गोकक के भाजपा विधायक जारकीहोली द्वारा 6,000 रुपये प्रति वोट की कथित घोषणा के बाद शिकायत दर्ज कराई गई है।
बोम्मई ने कहा, ''कांग्रेस कितने निचले स्तर पर पहुंच गई है, इसका यह एक उदाहरण है। जिन लोगों ने बयान दिया है, वे अपनी बात का स्पष्टीकरण देंगे। कांग्रेस पार्टी ने खुद घोषणा की है कि वह हर घर की मुखिया गृहणी को 2,000 रुपये और 200 यूनिट मुफ्त बिजली देगी।''
उन्होंने यहां पत्रकारों से अगर यही मानदंड लागू किया जाए तो कांग्रेस भी मतदाताओं को लुभाने की दोषी है। उन्होंने कहा, ''कुनिगल में उनके (कांग्रेस) विधायक मतदाताओं को कुकर बांटते हुए मिले हैं। वाणिज्यिक कर अधिकारियों ने उन्हें जब्त कर लिया है और उनमें से चार पर जुर्माना लगाया है।’
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डी के शिवकुमार और विधानमंडल दल के नेता सिद्धरमैया ने शिकायत पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने पुलिस से अनुरोध किया है कि वे इस संबंध में एक मामला दर्ज कर जांच करें।
बोम्मई ने दावा किया कि कांग्रेस का चुनाव में हारना तय है, इसलिए वे शिकायत दर्ज कराने और अन्य हथकंडों में लिप्त हैं।
उन्होंने कहा, ''पुलिस इस शिकायत पर गौर करेगी और कानूनी प्रक्रिया का पालन करेगी, हम इसका सामना करने के लिए तैयार हैं।’
बाद में हिरेकेरूर में पत्रकारों से बात करते हुए बोम्मई ने जारकीहोली के बयान पर आधारित कांग्रेस की शिकायत को ''हास्यास्पद और निंदनीय'' बताया। उन्होंने कहा कि हाल में उच्चतम न्यायाल ने कहा था कि अगर कोई व्यक्ति बयान देता है तो उसके लिए उसके संगठन या सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।
शिवकुमार द्वारा उन्हें ‘भ्रष्टाचार का पितामह’ कहे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, ‘इस देश में पहला भ्रष्टाचार घोटाला कांग्रेस द्वारा किया गया था। कांग्रेस ने इस देश में भ्रष्टाचार की शुरुआत की और भ्रष्टाचार इसका अभिन्न अंग है।’
मुख्यमंत्री ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, ‘मैं शिवकुमार के बारे में क्या कहूं, वह शायद राजनीति के सबसे साफ-सुथरे व्यक्ति हैं।’