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पटना: बिहार के पूर्व डीजीपी एसके सिंघल को रिटायरमेंट के बाद नीतीश सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी दी है. एसके सिंघल अब केंद्रीय चयन पर्षद के नये अध्यक्ष होंगे. एसके सिंघल का कार्यकाल 20 जनवरी के बाद से प्रभावी होगा. बिहार सरकार के गृह विभाग की ओर से शनिवार को अधिसूचना जारी की गई. वहीं आईएएस दिनेश कुमार राय को जेल आईजी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. वह अभी गृह विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात हैं. सामान्य प्रशासन विभाग ने इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी है.
बिहार के पूर्व डीजीपी एसके सिंघल अब केंद्रीय चयन पर्षद के नये अध्यक्ष होंगे. एसके सिंघल का कार्यकाल 20 जनवरी के बाद से प्रभावी होगा. वर्ष 1988 बैच आईपीएस अधिकारी एसके सिंघल अब अगले तीन साल के लिए केंद्रीय चयन पर्षद के अध्यक्ष रहेंगे. दरअसल केंद्रीय चयन पर्षद के मौजूदा अध्यक्ष केएस द्विवेदी का कार्यकाल 20 जनवरी तक है. उसके बाद उनकी जगह एसके सिंघल पदभार संभालेंगे. पिछले साल 19 दिसंबर को बिहार के तत्कालीन डीजीपी एसके सिंघल सेवानिवृत हो गए थे. उसके बाद अब नीतीश सरकार ने उन्हें राज्य के इस महत्वपूर्ण पद का जिम्मा दिया है.
बता दें कि पिछले साल 19 दिसंबर को बिहार के तत्कालीन डीजीपी एसके सिंघल सेवानिवृत हो गए थे. इसके बाद सरकार ने 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी राजविंदर सिंह भट्टी को बिहार का नया डीजीपी बनाया था. रिटायरमेंट के अंतिम दिनों में तत्कालीन डीजीपी एसके सिंघल के ऊपर कई आरोप भी लगे थे. पटना हाईकोर्ट का फर्जी जज बनकर बिहार के डीजीपी एसके सिंघल को फोन करने का मामला सामने आने के बाद सरकार की खूब फजीहत हुई थी. इस पर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे थे लेकिन आखिरकार राज्य सरकार एसके सिंघल को दोषमुक्त मानते हुए एक बहुत बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है.