संवाद
तुर्की-सीरिया में भूकंप के बाद मची तबाही के बाद बेहद भावुक कर देने वाली कहानियां सामने आ रही हैं. लोग अपने परिजनों से मिलने को बेताब हुए जा रहे हैं. कई लोग अपनों से मिल पा रहे हैं तो कई बिछड़ जा रहे हैं
.तुर्की में आए भीषण भूकंप ने न जाने कितने परिवारों को तबाह कर दिया है. 5000 से ज्यादा जानें जा चुकी हैं, ये डरावना आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है. हजारों लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं, कई जिंदगी की जंग हार रहे हैं तो कई अभी भी जूझ रहे हैं. इस बीच कई कहानी ऐसी सामने आ रही हैं, जो बेहद भावुक करने वाली हैं. मलबे में 7 घंटे तक दबी रही 5 साल की एक लड़की की कहानी ऐसी ही है.
7.8 की तीव्रता के भूकंप के बाद हजारों इमारतें कागजों के पत्तों की तरह ढह गईं. उसके बाद बचा सिर्फ और सिर्फ मलबा. इसी में हजारों लोग दबे रह गए. कहारनमारस के पजारसिक जिला में एक छह मंजिला इमारत ढह गई, जिसके बाद नन्ही आयसे कुब्रा गुनेस मलबे में दब गई. वो हिल तक नहीं पा रही थी. आयसे के साथ उसका भाई और उसके माता-पिता मलबे के नीचे दब गए थे.
अच्छी बात रही की उसके परिवार के सदस्यों को जल्द ही मलबे से निकाल लिया गया, लेकिन उसे आसानी से बाहर नहीं निकाला जा सका. वो 7 घंटे तक उसमें दबी रही. लेकिन इस दौरान भी उस 5 साल की बच्ची ने गजब की बहादुरी दिखाई. उसने फोन पर अपने पापा से बात की और कहा कि पापा मैं यहां हूं, पापा मैं ठीक हूं. उसे बाद में बाहर निकाल लिया जाता है और फिर उसे अस्पताल ले जाया जाता है.बचाव और राहत कार्य के दौरान इस तरह की कई कहानी और वीडियो सामने आ रहे हैं. सीरिया से एक दर्दनाक तस्वीर आई, जिसमें एक महिला ने मलबे में बच्चे को जन्म दिया. राहत में लगी टीमों ने बच्चे को निकाला, लेकिन मां की मौत हो गई. ऐसा ही एक और वीडियो है, जिसमें एक छोटी बच्ची को मलबे में से निकाला जा रहा है. उसे देखकर कहा जा सकता है कि वो काफी डरी और सहमी हुई है. एक जगह 22 घंटे बाद 3 साल के बच्चे को बाहर निकाला गया.
6,000 इमारतें ढह गईं
तुर्की और सीरिया में भूकंप के बाद मरने वालों की संख्या 5 हजार से ज्यादा हो गई है. तुर्की की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि 24,400 से अधिक आपातकालीन कर्मी मौके पर मौजूद हैं. अकेले तुर्की में ही लगभग 6,000 इमारतें ढह गईं.