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नई दिल्ली 11 फरवरी। दिल्ली में बिजली को लेकर आम आदमी पार्टी और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के बीच जंग छिड़ गई है। उपराज्यपाल ने आप के दो नेताओं को डिस्कॉम (Discoms) के बोर्ड से हटा दिया है। आप ने प्रवक्ता जैस्मिन शाह और सांसद एनडी गुप्ता के बेटे नवीन एनडी गुप्ता को निजी बिजली वितरण कंपनी डिस्कॉम के बोर्ड में शामिल किया था।
एलजी ने इसे शुक्रवार को इसे पूरी तरह से अवैध बताया था। एलजी ने शनिवार को जैस्मिन शाह और नवीन एनडी गुप्ता को डिस्कॉम के बोर्ड से हटा दिया और उनके बदले सरकार के सीनियर अधिकारियों को तैनात कर दिया। डिस्कॉम अनिल अंबानी की कंपनी है।
एलजी ने आरोप लगाया है कि आप ने कंपनी को 8 हजार करोड़ रुपए का लाभ पहुंचाया। एलजी के ऑफिस के सूत्रों के अनुसार वित्त सचिव, बिजली सचिव और दिल्ली ट्रांसको के एमडी अब डिस्कॉम के बोर्डों में दिल्ली सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे।
एलजी ने दिया निजी लोगों को तत्काल हटाने का आदेश
दरअसल, एलजी वीके सक्सेना ने जैस्मिन शाह और एनडी गुप्ता को दिल्ली सरकार द्वारा नामित किए जाने को अवैध बताया था। एलजी ने बीवाईपीएल, बीआरपीएल और टीपीडीडीएल के बोर्डों में सरकारी नामित व्यक्ति के रूप में नियुक्त निजी लोगों को तत्काल हटाने का आदेश दिया था।
आप ने कहा- सुप्रीम कोर्ट के आदेश नहीं मान रहे एलजी
एलजी के इस आदेश से आम आदमी पार्टी नाराज है। आप ने कहा है कि केवल निर्वाचित सरकार के पास बिजली के विषय पर आदेश जारी करने का अधिकार है। एलजी ने सुप्रीम कोर्ट के सभी आदेशों और संविधान का पूरी तरह मजाक उड़ाया है। वह खुले तौर पर कह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश उन पर बाध्यकारी नहीं हैं।