हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल पद की शपथ लेने से 2 दिन पहले पहले केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ल ने बुधवार को बीजेपी से इस्तीफा दे दिया।
क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ.धर्मेन्द्र सिंह को इस्तीफा सौंपते समय वह इतने इमोशनल हो गए कि आंखों से आंसू छलक पड़े।
गोरखपुर के बेतियाहाता स्थित अपने आवास पर पार्टी से इस्तीफा देते वक़्त शिव प्रताप शुक्ल ने 39 वर्षीय सियासी सफर को याद किया एवं कहा कि संवैधानिक पद की जिम्मेदारी प्राप्त होने के चलते वह अब पार्टी के सदस्य नहीं रह सकते इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं।
उन्होंने हिमाचल के राज्यपाल पद का दायित्व दिए जाने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के साथ ही पीएम नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एवं पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के प्रति आभार जताते हुए कहा कि इस पद से जुड़ी जो भी जिम्मेदारियां एवं अपेक्षाएं हैं उन पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा।
शिवप्रताप शुक्ल 18 फरवरी को राज्यपाल पद की शपथ लेंगे। उन्होंने कहा कि कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि पार्टी से इस्तीफा देना पड़ सकता है। यह मेरे लिए भावुक क्षण है, क्योंकि जिस संगठन में जीवन का एक एक क्षण गुजरा, उससे त्याग पत्र देना पड़ रहा है। मगर अब उन्हें जो दायित्व प्राप्त हुआ है उसके चलते उत्पन्न हुई परिस्थितियों में आज इस्तीफा दिया है।
उन्होंने कहा कि यह मैं जानता हूं कि पद के निर्वहन के पश्चात् पुन: जब समाजसेवा करने आऊंगा तो मैं भाजपा में ही रहूंगा। शिवप्रताप शुक्ल के हिमाचल के राज्यपाल पद पर शपथ ग्रहण का पूरा कार्यक्रम तय हो गया है। वह 17 फरवरी की शाम तक शिमला पहुंचेंगे। 18 फरवरी को वह राज्यपाल पद की शपथ लेंगे।