आरा/पटना। माल महाराज के मिर्जा खेले होली यह कहावत आपने जरूर सुनी होगी पर इस कहावत को वास्तविकता के धरातल पर देखना है तो आरा चले आइए जहां एक बड़े राजनेता के इशारे पर सैकड़ों राइस मिल ऑनर को भूखे मारने की साजिश चल रही है मामला इतना गंभीर है कि मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक को चिट्ठी लिखी गई है राइस मिल ओनर आरा में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं पर उन उनकी समस्याओं को सुनने और समाधान करने में किसी को रुचि नहीं है जबकि कोचस प्लांट तेंदूनी आरा में एक बड़े सत्ताधारी दल के नेता के राइस मिल में रोक के बावजूद अरवा चावल का उत्पादन हो रहा है तथा जिलाधिकारी की मिलीभगत से उसे आपूर्ति भी करवाया जा रहा है जबकि पूरे जिले के अन्य राइस मिल संचालक अरवा उसना के चक्कर में पड़े हुए हैं 15 फरवरी तक ही पैक्स से धान की खरीद होनी है ऐसे में सरकार के ढुलमुल रवैया ने राइस मिल संचालकों को भूखे मरने पर विवश कर दिया है आरा में भी सरकारी गोदाम में बाहर के प्रदेशों से उसना चावल और अरवा चावल की आपूर्ति करवाई जा रही है। मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा 16 जनवरी को जारी पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि बिहार के तमाम जिलों में इस वित्तीय वर्ष में अरवा चावल की भी आपूर्ति राइस मिलों से करवाई जाएगी अन्य जिलों में यह आपूर्ति करवाई भी जा रही है पर आरा डीएम के तानाशाही रवैया के कारण करोड़ों की अरवा राइस मिल लगाकर बैठे मिलर सरकारी नीति के चक्कर में खुद पीस रहे है।