दरभंगा जिला का चर्चित रेवढ़ा महावीरी झंडा महोत्सव प्रशासनिक देख-रेख में शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। अचानक बदले मौसम के मिजाज के बाद भी आस्था में जनसैलाब उमड़ा। चारो दिशाओं से श्रद्धालुओं का जन समूह महोत्सव स्थल पर पहुंचकर गगनचुंबी महावीरी झंडा के सभी 41 तल्ला में विराजे विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना पक्तिबद्ध होकर करते देखे गए। महावीरी झंडा महोत्सव स्थल समेत सभी संवेदन शील स्थलों पर दंडाधिकारी के साथ सुरक्षा बल की तैनाती की गई थी।
झंडा महोत्सव के आस-पास के घरों के छतों पर सशस्त्र सुरक्षा बल द्वारा कड़ी चौकसी के साथ निगरानी की जा रही थी। महोत्सव स्थल पर बने नियंत्रण कक्ष से जिला नियंत्रण कक्ष को पल-पल की जानकारी लिया जा रहा था। रेवढ़ा गांव के महोत्सव स्थल पर 101 फिट का विशाल गगनचुंबी महावीरी झंडा को दर्शनार्थी दूर से दंड प्रणाम करते महोत्सव स्थल पर आते दिखे। स्वयंसेवक एवं पुलिस वल श्रद्धालु को भीड़ को पक्तिबद्ध कराते हुए झंडा के निचले तल्ले पर विराजे बजरंगबली एवं भगवान श्रीराम दरबार का पूजा-अर्चना कराते दिखे। मौके पर एक दर्जन से अधिक गांवो से पहुंचे महावीरी झंडा झरनी मंडली में जाले, लतराहा, राढ़ी, कछुआ, चकौती, हाड़ीनगर, रेवढ़ा, नानपुर, भेटुवा, रायपुर, बोखरा, खरका, वसंत आदि गांवों के अखाड़ा द्वारा बांस के बने विशेष प्रकार के वाद्ययंत्र के धुन पर बजरंगबली के जीवन गाथाओं को गीतो के धुन पर गीत गाकर, गोल वृत्ताकार नृत्य कर रहे थे। इनके काव्यगीत गायन के साथ गोल वृताकार में किए जा रहे नृत्य बड़ा ही मनोहारी दृश्य उपस्थित कर रहा था।
वहीं दूसरे ओर दर्जनाधिक आखाड़ा के लोग परंपरागत हथियारों लाठी, भाला, गरासा, तलवार, बेला, योगचाप आदि का करतब दिखाते दिखे।
इस मौके पर पांच एकड़ क्षेत्र में मेला आयोजित किया गया था। जिसमें तरह तरह के झूला समेत डिजनिलैण्ड के सभी सामग्रियों का लुफ्त युवा बच्चे लेते दिखे। जगह-जगह मिठाइयां एवं कचड़ी, मूढ़ी, जलेबी समेत श्रृंगार प्रसाधन एवं अन्य सामग्रियों की दुकानें लगी थी। मौके पर थानाध्यक्ष यशोदानंद पांडेय, बीडीओ दीनबंधु दिवाकर, सीओ राकेश कुमार मेला क्षेत्र में घूम-घूम कर विधि-व्यवस्था के जायजा लेते देखे गए। वहीं मेले का उद्घाटन विधायक डॉ. विनय कुमार चौधरी ने किया।