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उपेंद्र कुशवाहा जदयू में किसी पद पर नहीं हैं, ललन सिंह का सबसे बड़ा बयान, अब क्या?

संवाद 
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में अंदरूनी घमासान मचा हुआ है. उपेंद्र कुशवाहा लगातार पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साध रहे हैं. वहीं जदयू की ओर से भी कुशवाहा को जवाब दिया जा रहा है. इस बीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने साफ कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा जदयू में किसी पद पर नहीं हैं. कुशवाहा सिर्फ एमएलसी हैं. इस समय उपेंद्र कुशवाहा जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष नहीं हैं.

सोमवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने साफ कह दिया कि उपेंद्र कुशवाहा जदयू में किसी पद पर नहीं हैं. वह सिर्फ एमएलसी हैं. सिर्फ जदयू अध्यक्ष का चुनाव हुआ है और वो मैं हूं. उन्होंने कहा कि इस समय जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष पद पर कोई नहीं है. वहीं ललन सिंह ने बीजेपी का नाम लिए बिना कहा कि उपेंद्र कुशवाहा किसके शह पर बोल रहे हैं, वो सब जानते हैं. साथ ही उन्होंने कुशवाहा के आरोप पर कहा कि उनको पार्टी ने काफी इज्जत दी. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी ने कुशवाहा को पर्याप्त इज्जत दी लेकिन इसके बावजूद वे क्या कर रहे हैं यह किसी से छिपी नहीं है यह बात सब जानते हैं.

ललन सिंह ने साफ किया है कि जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष पद से वे खुद ही हटे हुए हैं. अभी जेडीयू संसदीय बोर्ड का राष्ट्रीय अध्यक्ष कोई नहीं है. अभी जो चुनाव हुआ है उसके बाद कोई गठन नहीं हुआ है. केंद्रीय पदाधिकारी की सूची भी अभी जारी नहीं की गयी है. जब तक हम पदाधिकारी नहीं बनाते तब तक अभी कोई पदाधिकारी नहीं है. उपेंद्र कुशवाहा सिर्फ जेडीयू के एमएलसी के तौर पर हैं.

इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी उपेंद्र कुशवाहा को लेकर बड़ा बयान दिया है. सीएम नीतीश कुमार ने एक बार फिर कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा पता नहीं किसकी भाषा बोल रहे हैं. उनको जहां जाना है चले जाएं, निर्णय उन्हीं को लेना है. सीएम से मीडियाकर्मियों ने जब उपेंद्र कुशवाहा की बैठक को लेकर सवाल किया तो सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू के साथ आए तो सब लोगों ने उन्हें खूब आदर दिया. हम खुद कुशवाहा को इज्जत देते रहें लेकिन अचानक ऐसा क्या हो गया कि वे ऐसी भाषा बोलने लगे. दो महीने के अंदर ऐसा क्या हो गया समझ में नहीं आ रहा है. इस मामले पर रोज बोलना और उसके प्रचार का मतलब है कि किसी और के लिए बोल रहा है तो इसका प्रचार हो रहा है.

बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में अंदरूनी घमासान मचा हुआ है. पार्टी के दो बड़े नेता ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा आमने-सामने आ गए हैं. जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को एक बार फिर से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा है. उन्होंने एक पत्र जारी कर जदयू की कमजोर होती स्थिति और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रवैये पर बड़ा सवाल किया है. 19-20 फरवरी को राज्य भर के पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक बुलायी है. जिस पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा को जवाब देते हुए कहा कि सब मनगढंत बातें हैं. जिसके बाद एक बार फिर उपेंद्र कुशवाहा ने पलटवार करते हुए कहा कि ये कोई मनगढंत कहानी नहीं है.

बतातें चलें कि बिहार के सियासी गलियारे में जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को लेकर घमासान मचा है. एक तरफ वे पार्टी में ही अपने रास्ते पर चल रहे हैं तो वहीं जेडीयू कुछ सुनने को तैयार नहीं है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह जो कल तक बयान नहीं दे रहे थे वह भी खुलकर बोलने लगे हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने 19 और 20 फरवरी को सिन्हा लाइब्रेरी में बैठक बुलाई है. कुशवाहा ने एक पत्र जारी कर जदयू की कमजोर होती स्थिति और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रवैये पर बड़ा सवाल किया है. जिस पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा को जवाब देते हुए कहा कि सब मनगढंत बातें हैं.

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