मध्य प्रदेश के दमोह जिले से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। जहां चाची और चचेरे भाई ने अपनी शादीशुदा भतीजी की जिंदा जलकार मौत के घाट उतार दिया। वजह परिवार की आपसी जमीनी विवाद था। जिसके चलते खूनी संघर्ष को अंजाम दिया गया। खबर लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू की गई। इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल है।
खौफनाक घटना से पूरे इलाके में मचा है कोहराम
दरअसल, यह दर्दनाक घटना दमोह जिले की है। जहां 22 साल की राजकुमारी नाम की महिला को उसके चाचा और चाची ने जिंदा जला दिया। खबर लगते ही पीड़ित महिला को दमोह जिला अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन पहुंचते डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना से गांव में कोहराम मचा है। पुलिस ने गांव पहुंचकर पूछताछ करते हुए जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।
मृतका की मां ने पुलिस को पूरी कहानी बयां की
वहीं मामले की जांच कर रहे जिले के एसपी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान मृतका की महां इमरती देवी ने पूरी घटना बयां की है। इमरती देवी ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी नहाने गई थी, जहां उसकी देवरानी यानी बेटी की चाची नन्नीबाई लोधी अपने बेटे के साथ आई और उनकी बेटी को जिंदा जला दिया। जैसे ही हम बेटी की चीख सुनकर पहुंचे तो वह अधजली हालत में पड़ी हुई थी। वहीं देवरानी और उसका बेटा वहां से भागते हुए दिखाई दिए।
पूछताछ के दौरान सामने आया है कि दोनों ही परिवार में जमीन के बंटवारे को लेकर काफी लंबे समय से विवाद चल रहा है। आए दिन दोनों ही परिवार में विवाद की खबर आती रहती थीं। लेकिन यह कभी नहीं सोचा था कि इस हद तक बात पहुंच जाएगी और भाई और चाची अपनी बहन को इस तरह से मौत के घाट उतार देंगे।