बिहार की राजनीति में उपेंद्र कुशवाहा प्रकरण के बाद अब तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपने को सियासत तेज हो गई है।
राजद नेता तेजस्वी यादव के बिहार के मुख्यमंत्री बनने को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ अब तक इनके नामों की सिफारिश करने वाली जदयू अब अपने बयानों से पलटी मार रही है।
इस बीच अब इस पूरे प्रकरण को लेकर विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार की स्थिति ऐसी हो गई है कि अब वह कहीं भी नहीं जा सकते हैं। न तो वह प्रधानमंत्री बनने की रेस में शामिल हो सके और न ही अब उनके बिहार में ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री बने रहने की स्थिति है।
चौधरी ने कहा कि कांग्रेस से नीतीश कुमार को बड़ा झटका दिया। कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री कौन होगा, इस पर बाद में फैसला होगा। यह कुछ इसी तरह से है, जिस तरह से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह कहकर राजद को झटका दिया है कि मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर बाद में फैसला किया जाएगा।
उन्होंने कहा महागठबंधन की सभी पार्टियां एक दूसरे को ही झटके दे रहे हैं। नीतीश कुमार को यह बताना चाहिए कि अपनी कुर्सी बचाए रखने के लिए और कितनों को ठगने का काम करेंगे? कांग्रेस साफ तौर पर कह रही है कि देश में विपक्ष का चेहरा अगर कोई होगा तो राहुल गांधी ही होंगे। इसके बाद भी वो विपक्षी एकता का नाम लेकर बिहार की राजनीति से ही चिपके रहना चाहते हैं।
यही कारण है कि वो अपने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से भी बयान दिलवा रहे हैं कि वर्ष 2025 में तेजस्वी के बारे में सोचा जाएगा। अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा की अब आप खुद देखिए की नीतीश कुमार किस तरह महागठबंधन बनाकर फिर से सत्ता के आए सरकार बनाए और जो 'डील' राजद के साथ हुआ आज उसे भी झुठला रहे हैं।
मुख्यमंत्री लगातार सभी दलों के साथ ठगी कर रहे हैं और इस बार उन्होंने राजद के साथ किया है। सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य की जनता देख रही है कि नीतीश कुमार किस तरह से वह कुर्सी के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं और समय आने पर राज्य की जनता ऐसे नेताओं को जवाब देने के लिए भी तैयार है। वो अब तक तेजस्वी यादव और राजद को मुर्ख बना रहे थे।