भारतीय सेना हमारी आन-बान और शान है। इन्हीं की वजह से हम अपने घरों में चैन की नींद सोते हैं। लेकिन, बिहार सरकार के मंत्री सुरेंद्र यादव ने जिस तरह से सेना को अपमानित किया है। उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। सुरेंद्र यादव ने सेना के लिए आपत्तिजनक और असंसदीय भाषा का प्रयोग किया है। जिसे लिखा भी नहीं जा सकता है। माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से आग्रह है कि उनके कैबिनेट में इस तरह के व्यक्ति का रहना उनकी गरिमा को धूमिल करता है। ऐसे व्यक्ति को अपने कैबिनेट से बाहर करें, ये लोग मंत्री कहलाने लायक नही है।
भारतीय सेना में बिहार का बड़ा योगदान है। बिहार रेजीमेंट एक बड़ा रेजिमेंट है और ऐसे में बिहार की सरकार के मंत्री का वक्तव्य बहुत ही दिल दुखाने वाला है। इसकी जितनी भी आलोचना की जाए कम है। माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी इस मामले का गंभीरता से संज्ञान लेंगे और जिस तरह से उन्होंने बयान दिया है सुरेंद्र यादव को देश की जनता और देश की सेना के सामने माफी मांगनी चाहिए।
बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी यादव बार-बार कहते हैं कि हम पुरानी गलती को नहीं दोहराएंगे। लेकिन, तेजस्वी यादव के कह देने भर से उनके दल के लोगों का संस्कार नहीं सुधर जाएगा। वह गाहे-बगाहे अपने अमर्यादित और असंस्कारी स्वभाव को दिखा ही देंगे। तेजस्वी यादव को ये देखना चाहिए कि उनके नेता उनको ही डुबो रहे है। देश की जनता को भारतीय सेना में बड़ी आस्था है। ऐसे ही हालात रहे तो लगता है कि राजद के नेता, तेजस्वी यादव और राजद दोनों का लुटिया डुबो देंगे।
जिस तरह से बिहार कैबिनेट में शामिल मंत्री सुरेंद्र यादव ने भारतीय सेना का अपमान किया। लगातार आरजेडी के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अपमान कर रहे हैं। जिस शब्द का प्रयोग मंत्री सुरेंद्र यादव ने भारतीय सेना के लिए किया, उसी शब्द का प्रयोग पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार के लिए किया है। अब मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को संज्ञान लेना चाहिए और अपने कैबिनेट में शामिल ऐसे बदनुमा दाग को धोना चाहिए।