बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित 2023 की इंटरमीडिएट सैद्धांतिक वार्षिक परीक्षा के प्रथम दिन सारण जिले में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई। प्रथम दिन की परीक्षा होने के कारण अहले सुबह परीक्षार्थी अपने परीक्षा केंद्रों पर जाकर के जमावड़ा लगाए हुए थे। जिला प्रशासन ने भी इन परीक्षार्थियों के हुजूम को संभाले रखने के लिए बेहतरीन तरीके से तैयारी की हुई थी। परीक्षा केंद्र के बाहर ही मुख्य गेट पर केंद्राधीक्षक, मजिस्ट्रेट एवं पुलिस बल के द्वारा परीक्षार्थियों की सघन तलाशी लेकर परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश दिया गया। ताकि किसी भी प्रकार की नकल सामग्री परीक्षार्थी अपने साथ ना ले जा पाए।वहीं जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त दंडाधिकारी एवं उड़नदस्ता दल परीक्षा केंद्रों का चक्कर लगाते रहे तथा केंद्राधीक्षको एवं वीक्षण कार्य में लगे शिक्षकों को दिशा निर्देश जारी करते नजर आए।सारण जिलाधिकारी एवं पुलिस कप्तान जिले के विभिन्न परीक्षा केंद्रों का स्वयं दौड़ा किए तथा परीक्षा को कदाचार मुक्त संपन्न कराने के लिए केन्द्राधीक्षक एवं शिक्षकों को दिशा निर्देश जारी करते रहे। वही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निर्देशानुसार इस बार केंद्र का निरीक्षण करने वाले पदाधिकारी को निरीक्षण पंजी में अपना हस्ताक्षर करना था। इस नियम का सभी पदाधिकारियों ने अक्षरसः पालन किया। यहां तक कि सारण पुलिस कप्तान एवं जिलाधिकारी ने भी जिन जिन परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया वहां वहां निरीक्षण पंजी में अपना हस्ताक्षर किए।इंटरमीडिएट परीक्षा के प्रथम दिन प्रथम पाली में मैथ की परीक्षा संपन्न हुई। इस परीक्षा के शुरू होने के करीब घंटे भर पहले से ही सोशल मीडिया में गणित के प्रश्न पत्र एवं उसके उत्तर वायरल हो रहे थे। परीक्षा केंद्र के आसपास परीक्षार्थियों का समूह मोबाइल के माध्यम से प्रश्न पत्र एवं आंसर उतारने के चक्कर में लगे हुए थे। करीब-करीब हर परीक्षा केंद्र की यही स्थिति देखने को मिली। लेकिन इस बार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति तू डाल डाल मैं पात पात की कहानी को चरितार्थ कर दिया। वायरल प्रश्न पत्र एवं उसके आंसर से परीक्षार्थियों को धोखा के अलावा कुछ नहीं मिला। प्रश्न पत्र कुछ दूसरा ही आया और वायरल प्रश्न पत्र के आधार पर परीक्षार्थी प्रश्न पत्रों को उतारकर नकल की तैयारी में लगे रहे।