प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश की जनता के साथ अपने मन की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 98वें एपिसोड में ‘आपके सभी साथ जुड़कर मुझे बहुत खुशी हो रही है.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि शतक की तरफ बढ़ते इस सफर में, मन की बात को, आप सभी ने, जनभागीदारी की अभिव्यक्ति का, अद्भुत प्लेटफॉर्म बना दिया है.
पढ़ें प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात की खास बातें.
प्रधानमंत्री ने आखिर में देशवासियों को होली के त्यौहार की बधाई दी. उन्होंने कहा “हम देश की कर्मठता की जितनी चर्चा करते हैं, उतनी ही हमें ऊर्जा मिलती है. इसी ऊर्जा प्रवाह के साथ चलते-चलते आज हम मन की बात के 98वें एपिसोड के मुकाम तक पहुँच गए हैं. आज से कुछ दिन बाद ही होली का त्यौहार है.
आप सभी को होली की शुभकामनाएं.हमें, हमारे त्यौहार वोकल फॉर लोकल के संकल्प के साथ ही मनाने हैं.”
पीएम मोदी ने कहा कि “साथियों, स्वच्छ भारत अभियान का एक महत्वपूर्ण आयाम वेस्ट टू वेल्थ भी है.
ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले की एक बहन कमला मोहराना एक स्वयं सहायता समूह चलाती हैं. इस समूह की महिलाएं दूध की थैली और दूसरी प्लास्टिक पैकिंग से टोकरी और मोबाइल स्टैंड जैसी कई चीजें बनाती हैं. ये इनके लिए स्वच्छता के साथ ही आमदनी का भी एक अच्छा जरिया बन रहा है.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि “हम अगर ठान लें तो स्वच्छ भारत में अपना बहुत बड़ा योगदान दे सकते हैं.
कम-से-कम प्लास्टिक के बैग की जगह कपड़े के बैग का संकल्प तो हम सबको ही लेना चाहिए. आप देखेंगे, आपका ये संकल्प आपको कितना सन्तोष देगा, और दूसरे लोगों को ज़रूर प्रेरित करेगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मेरे प्यारे देशवासियों, तेजी से आगे बढ़ते हमारे देश में डिजिटल इंडिया की ताकत कोने-कोने में दिख रही है. डिजिटल इंडिया की शक्ति को घर-घर पहुंचाने में अलग-अलग एप्स की बड़ी भूमिका होती है. ऐसा ही एक एप है, ई-संजीवनी.
भारत के लोगों ने, तकनीक को, कैसे, अपने जीवन का हिस्सा बनाया है, ये इसका जीता-जागता उदाहरण है. हमने देखा है कि कोरोना के काल में ई-संजीवनी एप, इसके जरिए टेली-कम्युनिकेशन लोगों के लिए एक बड़ा वरदान साबित हुआ है.”
पीएम मोदी ने कहा कि “भारत के यूपीआई की ताकत भी आप जानते ही हैं. दुनिया के कितने ही देश, इसकी तरफ आकर्षित हैं. कुछ दिन पहले ही भारत और सिंगापुर के बीच UPI-Pay Now Link launch किया गया.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि “मेरे प्यारे देशवासियों, बात बनारस की हो, शहनाई की हो, उस्ताद बिस्मिल्लाह खान जी की हो, तो, स्वाभाविक है कि मेरा ध्यान उस तरफ जाएगा ही.
कुछ दिन पहले उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार दिए गए. ये पुरस्कार म्यूजिक और परफोर्मिंग आर्ट्स के क्षेत्र में उभर रहे, प्रतिभाशाली कलाकारों को दिए जाते हैं, ये कला और संगीत जगत की लोकप्रियता बढ़ाने के साथ ही इसकी समृद्धि में अपना योगदान दे रहे हैं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात में मशहूर सिंगर लता मंगेश्कर को भी याद किया. उन्होंने कहा, “साथियों, आपको याद होगा सरदार पटेल की जयंति यानी एकता दिवस के अवसर पर मन की बात में हमने तीन कंपटीशंस की बात की थी. ये प्रतियोगिताएं, देशभक्ति पर गीत,लोरी और रंगोली इससे जुडी थीं.” उन्होंने कहा कि, “आज इस मौके पर मुझे लता मंगेशकर जी, लता दीदी की याद आना बहुत स्वाभाविक है. क्योंकि जब ये प्रतियोगिता प्रारंभ हुई थी, उस दिन लता दीदी ने ट्वीट करके देशवासियों से आग्रह किया था कि वे इस प्रथा में जरुर जुड़ें.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि “मुझे वो दिन याद है, जब हमने मन की बात में भारत के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन की बात की थी. तुरंत उस समय देश में एक लहर सी उठ गई भारतीय खेलों के जुड़ने की, इनमें रमने की, इन्हें सीखने की.”
उन्होंने कहा, “जब मन की बात में हमने स्टोरी टेलिंग की भारतीय विधाओं पर बात की, तो इनकी प्रसिद्धि भी, दूर-दूर तक पहुँच गई. लोग, ज्यादा से ज्यादा भारतीय स्टोरी टेलिंग की विधाओं की तरफ आकर्षित होने लगे.”
पीएम मोदी ने कहा कि “आप, अपने मन की शक्ति तो जानते ही हैं, वैसे ही, समाज की शक्ति से कैसे देश की शक्ति बढ़ती है, ये हमने मन की बात के अलग-अलग एपिसोड्स में देखा है, समझा है, और मैंने अनुभव किया है – स्वीकार भी किया है .”