1 अप्रैल को अप्रैल फूल्स डे क्यों मनाया जाता है ? पूरे विश्व में हर साल 1 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय अप्रैल फूल दिवस मनाया जाता। इस दिन सभी लोग एक दूसरे के साथ प्रैंक करते हैं। अप्रैल फूल दिवस की शुरुआत 1582 में फ्रांस में तब हुई जब फ्रांस जूलियन कैलेंडर से ग्रेगोरियन कैलेंडर में स्थानांतरित हुआ। लोगों को बेवकूफ बनाना या मजाक उड़ाना सबसे आसान काम है, जो सभी के चेहरे पर हंसी लाता है। इस दिन प्रैंक करके लोगों को बेवकूफ बनाने से लोगों के चेहरों पर हंसी लाई जाती है। तो जानते हैं अप्रैल फूल्स डे का इतिहास और महत्व।
अप्रैल फूल्स डे पहली बार 1852 में मनाया गया था
इतिहासकारों का मानना है कि अप्रैल फूल्स डे पहली बार 1852 में मनाया गया था, जब फ्रांस ने जूलियन कैलेंडर से ग्रेगोरियन कैलेंडर में स्विच किया था। लेकिन कुछ का कहना है कि यह ऋतुओं से संबंधित है, क्योंकि लोगों का मन उदास हो जाता है तो इस लिए हर साल 1 अप्रैल को अप्रैल फूल दिवस मनाते हैं। जूलियन कैलेंडर ग्रेगोरियन कैलेंडर में स्थानांतरित इसलिए हुआ क्योंकि फ्रांस ने 1 अप्रैल के आसपास होने वाले मौसम में बदलाव के साथ अपना नया साल शुरू करने का फैसला किया है। लेकिन जब वह इसमें विफल हो गए तो, उन्होंने इसे मजाकिया तौर पर 1 अप्रैल को अप्रैल फूल्स डे के रूप में मनाने का फैसला किया। इसलिए तब से फ्रांस के सभी नागरिक 1 अप्रैल को 'अप्रैल फूल' दिवस मनाने लगे।आपको जानकार हैरानी होगी कि इस दिन को ओडिश में उत्कल दिवस के रूप में मनाया जाता है। सबसे प्रचलित अवधारणा के अनुसार प्राचीन काल में रोमवासियों ने अप्रैल में नए साल का जश्न मनाना शुरू किया था, जबकि मध्यकालीन यूरोप में 25 मार्च को नए साल को उत्सव के रूप में मनाया जाता था। 1852 में पोप ग्रेगरी VIII ने ग्रेगोरियन कैलेंडर की स्थापना की, जिसके आधार पर जनवरी में नया साल शुरू हुआ। इस कैलेंडर को सबसे पहले फ्रांस ने स्वीकार किया था, लेकिन जनश्रुति के अनुसार, यूरोप में कई लोगों ने इस कैलेंडर को स्वीकार नहीं किया।इस दिन का महत्व सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से प्रासंगिक है। वैसे तो सभी लोग अपने अपने जीवन में खुश है, लेकिन उनके चेहरों पर वो भाव वाली हंसी नहीं होती। कोरोना के बाद लोगों का जीवन काफी बदल गया है। अब लोगों के चेहरों पर वो हंसी नहीं दिखती। ऐसे में अप्रैल फूल दिवस का महत्व काफी अधिक हो गया है, क्योंकि इसके द्वारा लोगों को कम से कम हंसाया तो जा सकता है। रोज जीवन में इतने सारे तनाव के बीच लोग हंसना भूल गए हैं, इसलिए हंसी फैलाने के लिए, इस दिन को मानना काफी महत्वपूर्ण है। अप्रैल फूल दिवस का उद्देश्य न केवल लोगों के चेहरे पर हंसी लाना है, बल्कि यह भी याद दिलाना है कि मस्ती के बिना जीवन अधूरा है। आप चाहें कितने भी बड़े हो जाएं, लेकिन आपमें एक बचपना होना बहुत जरूरी है।अप्रैल फूल्स डे के अवसर पर फ्रांस में कवियों और व्यंग्यकारों का रोमांचक कार्यक्रम होता है।
7 दिनों तक चलता
यह कार्यक्रम लगातार 7 दिनों तक चलता है। इस मजेदार आयोजन में युवा भाग लेते हैं और लोगों को हंसाते हैं। इसके साथ ही मूर्ख बनाने वाले को पुरस्कृत किया जाता है। चीन में अप्रैल फूल्स डे के मौके पर रंग-बिरंगे पार्सल भेजने और मिठाई बांटने की परंपरा है। इस दिन बच्चे खूब हंसते हैं। लोग जंगली जानवरों के मुखौटे पहनते हैं और लोगों को डराते हैं। जिसके बाद वह काफी हंसते भी हैं। रोम की बात करें तो वहां अप्रैल फूल डे के अवसर पर फ्रांस की तरह विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। चीन की तरह यहां भी रंगीन पार्सल भेजकर लोगों को मूर्ख बनाया जाता है। जापान में अप्रैल फूल्स डे पर बच्चे पतंग उड़ाते हैं। इंग्लैंड में अप्रैल फूल्स डे के मौके पर तरह-तरह के मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।