कोरोना वायरस ने एक बार फिर टेंशन बढ़ा दी है. पिछले 24 घंटों में 1,805 नए मरीज सामने आए हैं. वहीं दुनिया में पिछले 7 दिनों में 6.57 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं.
4,338 लोगों ने इस अवधि में दम तोड़ दिया है. भारत में भी कोरोना वायरस के कारण 4 लोगों की मौत हुई है. खास बात है कि इन चार मौतों में से 3 उत्तर भारत से हैं.
भारत में कुल केस
27 मार्च - 10300
26 मार्च - 9433
25 मार्च - 8601
कहां कितने केस
केरल में सबसे ज्यादा- 2471 केस
महाराष्ट्र में 2117 केस
गुजरात में 1697 केस
कर्नाटक में 792 केस
तमिलनाडु में 608 केस
दिल्ली में 528 केस
पिछले 24 घंटों में जिन राज्यों से मौतें दर्ज हुई हैं, उसे देखकर लगता है कि कोरोना वायरस दक्षिण और मध्य भारत के बाद अब उत्तर भारत में भी हावी हो रहा है. यूपी, चंडीगढ़, हिमाचल और गुजरात से एक-एक मौत दर्ज हुई है. यानी 4 मौतें. इसके अलावा केरल ने दो पुरानी मौतों को भी बीते 24 घंटे में कोरोना से हुई मौतों में दर्ज किया है. पिछले तीन सालों में अब तक कुल मामलों की संख्या की बात की जाए तो USA (106,102,029) के बाद भारत में (44,705,952) अब तक सबसे ज्यादा कोरोना मरीज मिले हैं. लेकिन फिलहाल दुनिया में रोजाना नए मामलों के हिसाब से देखें तो भारत सातवें नंबर पर आता है. पिछले 24 घंटों के डाटा के हिसाब से पहले नंबर पर
रूस- 10,940 केस
साउथ कोरिया- 9,361 केस
जापान- 6,324 केस
फ्रांस- 6,211 केस
चिली-2,446 केस
ऑस्ट्रिया- 1,861 केस
भारत- 1,805
भारत में इस वक्त दैनिक पॉजिटिविटी रेट 0.08 प्रतिशत और वीकली पॉजिटिविटी रेट 0.08 प्रतिशत है. हालांकि चीन ने कोई विश्वसनीय डाटा अभी तक शेयर नहीं किया लेकिन WHO के मुताबिक चीन में कोरोना संक्रमितों की संख्या 9.9 करोड़ पर पहुंच गई है. जबकि अब तक 120,775 लोगों की मौत हो चुकी है.
चीन ने पिछले सात दिन के दौरान 54,449 लोगों में वायरस की सूचना दी है. दुनिया भर में पिछले सात दिनों में कोरोना के 6.57 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं. पिछले सात दिनों में 4,338 लोगों की मौत हुई है. देश में अब सक्रिय मामलों की दर 0.02 प्रतिशत है. यानी प्रति 100 लोगों में कितने संक्रमित हैं. रिकवरी रेट 98.8 फीसदी पर पहुंच चुकी है.
शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव और इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) के निदेशक राजीव बहल ने सभी राज्यों को कोरोना के बढ़ते मामलों पर वॉर्निंग देते हुए चिट्ठी लिखी. सभी अस्पतालों को 10 और 11 अप्रैल को मॉक ड्रिल करने के लिए कहा गया है. हर जिले के निजी और सरकारी अस्पतालों को बेड्स, दवाओं, ऑक्सीजन और वेंटिलेटर आदि के इंतजाम चेक करने के लिए मॉक ड्रिल के निर्देश दिए गए हैं.