राजस्थान में इन दिनों पहले ही अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हो लेकिन अब पुलिस लगातार मामलों में अपराधियों की धरपकड़ करती जा रही है। इस बार राजस्थान में कई ऐसे जिले और पुलिस के विभाग है जिनमें महिला आईपीएस अधिकारियों को जिम्मेदारी मिली है।
यह महिला आईपीएस अधिकारी दिन रात एक कर मामलों के खुलासे करने में लगी हुई है। आज इस कड़ी में बात राजस्थान की पांच ऐसी ही टॉप खूबसूरत और कामगार आईपीएस महिलाओं की
सबसे पहली बार आईपीएस अमृता दुहन की। जो साल 2016 आईपीएस बैच की है। पेशे से तो यह एमबीबीएस डॉक्टर थी लेकिन हमेशा से इनका मन सिविल सर्विसेज नहीं आने का था। आईपीएस बनते ही इन्हें पहली पोस्टिंग अजमेर में मिली। यहां उन्होंने अपना प्रशिक्षण पूरा किया इसके बाद कोटा में एडिशनल एसपी के पद पर रही। तीन बार जयपुर कमिश्नरेट में डिप्टी कमिश्नर रहने के बाद अब यह सीएम अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में कमिश्नरेट के ईस्ट एरिया की डिप्टी कमिश्नर है। हाल ही में लॉरेंस गैंग से जुड़े कई बदमाशों को गिरफ्तार करने के मामले में अमृता काफी चर्चा में आई थी।
इस लिस्ट में दूसरा नाम है आईपीएस पूजा अवाना का। जो साल 2012 आईपीएस बैच की है। पूजा मूल रूप से उत्तर प्रदेश की रहने वाली है जो एक कॉमर्स स्टूडेंट थी। आईपीएस बनने के बाद उन्हें पहली पोस्टिंग भरतपुर सिटी में मिली इसके बाद अब वह जीआरपी अजमेर में पुलिस अधीक्षक है। पूजा अवाना का जयपुर कमिश्नरेट में ट्रैफिक विभाग में डिप्टी कमिश्नर का कार्यकाल काफी सुर्खियों में रहा। क्योंकि ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू करने के लिए पूजा ने जयपुर में कई बदलाव किए थे।
अब बात आईपीएस प्रीती चंद्र की। जो राजस्थान के शेखावाटी इलाके के सीकर जिले की रहने वाली है। साल 2008 के आईपीएस बैच की आईपीएस वर्तमान में राजस्थान पुलिस के होमगार्ड विभाग में डीआईजी के पद पर तैनात है। प्रीति चंद्रा का बीकानेर का कार्यकाल सबसे सुर्खियों में रहा। बीकानेर के कार्यकाल के दौरान कई बड़े गैंगस्टर को सलाखों के पीछे पहुंचाया था।
अब बात आईपीएस वंदिता राणा की। जो वर्तमान में जयपुर कमिश्नरेट के वेस्टीज एरिया की डिप्टी कमिश्नर है। साल 2017 के आईपीएस बैच की इस आईपीएस के पति भी राजस्थान में ही आईएफएस है। पहली पोस्टिंग अपराध का गढ़ माने जाने वाले सीकर में मिली थी। इस दौरान उन्होंने कई बड़े खुलासे किए थे। फिर चाहे बात विदाई के दौरान दुल्हन के किडनैपिंग की हो या फिर किसी व्यापारी के अपहरण की। वंदिता ने खुद ने हर मामले में पूरी टीम को लीड किया और सुर्खियां बटोरी।
लास्ट नाम आईपीएस राशि डोगरा का। जो संबलपुर की मूल निवासी है। साल 2012 में यह आईपीएस बन गई। पहली पोस्टिंग ही इस आईपीएस को भारत-पाक बॉर्डर से सटे श्री गंगानगर में दी गई। यहां करीब 2 साल तक रहने के बाद यह पांच बार एसपी भी रह चुकी है। वर्तमान में राशि डोगरा जयपुर कमिश्नरेट के नॉर्थ एरिया के डिप्टी कमिश्नर है।