बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी की अनुशासन समिति के अध्यक्ष पूर्व मंत्री कृपाशंकर पाठक ने पार्टी के 5 नेताओं को प्रदेश अध्यक्ष डॉ.अखिलेश प्रसाद सिंह के बारे में सोशल मीडिया पर तथ्यहीन, असत्य और अशोभनीय टिप्पणी व सामग्री डालने के कारण नोटिस जारी किया गया है। जानकारी है कि यह मामला कांग्रेस में डेलिगट बनाने से जुड़ा है। कुछ दिन पहले भी कुछ नेताओं पर कार्यवाही की गई थी जब भारत जोड़ो यात्रा के समय पटना सिटी गुरुद्वारा में कुछ कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे। संवाद कार्यक्रम में सार्वजनिक रूप से अखिलेश सिंह ने कहा था कि कांग्रेस में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि कई बार जूनियर नेता सीनियर नेता को बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं देते हैं।
प्रदेश अध्यक्ष के विरूद्ध तथ्यहीन सामग्री सोशल मीडिया पर डाल रहे थे
कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौर ने बताया कि गुरुवार को बिहार कांग्रेस के जिन 5 नेताओं को नोटिस जारी किया गया है उन पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के विरुद्ध तथ्यहीन और सत्य से परे मामले को लेकर सोशल मीडिया में सामग्री डालने का आरोप है। इनमें सिद्धार्थ क्षत्रिय, प्रभात कुमार चंद्रवंशी,अरशद अब्बास आजाद, शकीलुर रहमान तथा प्रवीण शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सभी नेताओं को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के अंदर जवाब देना होगा। अगर एक सप्ताह के अंदर जवाब नहीं दिया गया तो उन पर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
सिद्धार्थ 2010 में चुनाव लड़ चुके हैं
बता दें कि सिद्धार्थ क्षत्रिय मोहद्दीनगर से 2010 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। अरशद अब्बास आजाद प्रवक्ता रह चुके हैं। शकीलुर रहमान उपाध्यक्ष रह चुके हैं। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश सिंह को लेकर विगत 3 मार्च से सोशल मीडिया पर इन पांच नेताओं के द्वारा आपत्तिजनक सामग्री डाली गई जिसे लेकर पार्टी के अनुशासन समिति के द्वारा इन पर कार्रवाई की जा रही है।