संवाद
ऑल इंडिया मजलिए-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी दो दिवसीय बिहार दौरै पर हैं। वे सीमांचल के 4 जिलों किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार और अररिया में तूफानी दौरा कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने दैनिक भास्कर से एक्सक्लूसिव बातचीत की। इसमें उन्होंने कहा कि हम हर हिस्से में जाएंगे। हर कोने में चुनाव लड़ेंगे।
हमसे थोड़ी गलती हो गई कि हम सीमांचल तक ही रुके हुए थे। मगर सीमांचल हमारे लिए केवल विधानसभा या लोकसभा के चुनाव का मुद्दा नहीं है। ये इंसाफ का मुद्दा है। हम लड़ते आए हैं और लड़ते रहेंगे। मगर बिहार के कोने-कोने तक जाएंगे। पढ़िए ओवैसी से दैनिक भास्कर की खास बातचीत
सवाल- कितनी लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं ?
जवाब- अभी बहुत जल्दी है ये बताना। अभी बहुत टाइम है।
सवाल - जनता आप पर भरोसा कैसे करे? विधानसभा में 5 को जिताया 4 आरजेडी में चले गए।
जवाब- जनता हम पे भरोसा करती है और हम जनता पर भरोसा करते हैं। जनता जानती है कि ओवैसी सीमांचल के लिए लड़ते हैं। जिनके खानदान ने और पार्टी ने जब उन्हें दुत्कार दिया था तब हमने उन्हें टिकट दिया था।
ये लोग अपना ईमान बेचकर आजेडी में चले गए। हैं इन्हें सीमांचल की जनता से मोहब्बत नहीं रही। आज अगर सीमांचल पिछड़ा हुआ है तो इन्हीं लोगों की गद्दारी के कारण।
जो लोग भाग चुके हैं उन्हें सीमांचल की जनता चुनाव से भगाएगी। आरजेडी ने इन्हें दौलत के बल पर खरीदा है।
सवाल- आरजेडी के नेता खास कर तेजस्वी यादव नीतीश कुमार को पीएम बनाना चाहते हैं। इस पर आपकी क्या राय है?
जवाब- वो ( नीतीश कुमार) कभी भी बीजेपी के साथ जा सकते हैं। कौन गारंटी लेगा उनकी। वो कभी भी जाएंगे। कितनी बार बीजेपी में जा चुके हैं। कितने बार राजद में मिल चुके हैं। पलटू मास्टर हमने नहीं कहा था उनको। वो उन लोगों ने ही कहा था जिनके साथ अभी वो हैं। वो खुद कह रहे हैं। देश फैसला करेगा। जब तक आप सीमांचल से इंसाफ नहीं करेंगे। दिल्ली का रास्ता सीमांचल से जाता है इस बात को समझिए।
सवाल- महागठबंधन के नेता लगातार आपको टारगेट कर रहे हैं। आपको बीजेपी की बी टीम बताते हैं। इस पर क्या कहेंगे?
जवाब- हम उनसे बस यही कहेंगे कि हमको गाली दीजिए। हमको जो करना है कीजिए। बस में है तो हमें मरवा भी दीजिए.। मगर आप बताइए सत्ता की कुर्सी पर बैठकर सीमांचल के लिए आपने क्या किया ? आपने कहा था सीमांचल डेवलेपमेंट बोर्ड बनाएंगे। आपने बनाया! आपने कहा था किसान को बीज और खाद दिया जाएगा। आपने समाधान किया।
अगर आप समझ रहे हैं कि हमें गाली देने से सीमांचल का इंसाफ होगा तो ये नहीं होगा। हम लडते आए हैं लड़ते रहेंगे। हमको कोई फिक्र नहीं पड़ता। सीमांचल की जनता शांत बैठकर बस सबकुछ देख रही है। लेकिन जेडीयू, आरजेडी और बीजेपी को समझना चाहिए कि ये तूफान से पहले की शांति है।
सवाल- आप पर एक आरोप ये भी है कि आप बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए चुनाव लड़ते हैं। सीमांचल के बाद गोपालगंज उपचुनाव लड़ें। इसी से बीजेपी की जीत हुई।
जवाब-गोपालगंज में लालू के साले लड़े थे। वे साले हैं और हम बी टीम हो गए। साले को रोक नहीं पाए। ओवैसी को रोक लेंगे आप। हम लड़ेंगे चुनाव। जो सीमांचल से नाइंसाफी करेंगे उन्हें हराएंगे और हम जीतेंगे। हम चुनाव जीतने के लिए लड़ते हैं। हम किसी के गुलाम नहीं है।
पिछले लोकसभा चुनाव में हम केवल एक सीट किशनगंज से लड़े।यहां से कांग्रेस जीती। हम तीन लाख वोट लिए। सीमांचल की अन्य सीटों पर नीतीश कुमार और बीजेपी के उम्मीदवार कैसे जीत गए। इसका जवाब दीजिए। हम पूरे देश में लोकसभा के तीन सीट पर लड़े हैं और बीजेपी 306 सीट पर जीत जाती है। हम जिम्मेदार हैं इसके लिए। कब तक अपनी गल्तियों को हमारे मुसलमानों के कंधे पर डालेंगे। आप में ताकत नहीं है बीजेपी से लड़ने के लिए। क्यों कभी बीजेपी में गुलाटी मारते हो तो कभी सेक्युलर के नाम पर गुलाटी मारते हो। आप बताओ आप क्या हो।
सवाल-बिहार में मॉब लिंचिंग की घटना पर आप क्या कहेंगे?
जवाब- अब बताइए मॉब लिंचिंग पर कौन आवाज उठा रहा है। अख्तरुल इमाम ही आवाज उठा रहे हैं। ये पीड़ित परिवार से मिलते हैं उसके बाद ये लोग दौड़े-दौड़ जाते हैं। मॉब लिंचिंग क्यों हो रही है। आपकी सरकार है न। भाजपा की सरकार तो नहीं है न। आपकी सरकार में मॉब लिंचिंग की 6 घटना हो चुके हैं। सरकार क्या कर रही है? इसके बाद भी आप ओवैसी को गाली देंगे। नीतीश कुमार कहेंगे कि मुसलमानों की पार्टी है। सत्ता में रहकर आप मॉब लिंचिंग को रोक नहीं पा रहे हैं। आपका दिल साफ नहीं है। आपकी नीयत साफ नहीं है।
सवाल-सीमांचल में लगातार घूम रहे हैं। सरकार से क्या डिमांड है?
जवाब- मुख्यमंत्री और राजद के नेताओं से बस इतना ही कहेंगे कि आप इन दो ब्रिजों (गेरिया गांव का और खाड़ी पुल) का काम फौरन शुरू करवाइए। कब तक आप पटना के इलाकों को सजाते रहिएगा। सीमांचल में भी काम कराइए। जो जमीनें बाढ़ से कट रही है, 4-4 महीने तक लोग रोड पर रहते हैं। महानंदा के रुके प्रोजेक्ट को शुरू करवाइए। सरकार केवल चुनाव के दौरान हमें गाली देने के लिए है या दौलत के बल हमारे लोगों को खरीदने के लिए। आप करिए न।