उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर सीट से सांसद मेनका गांधी और पीलीभीत सांसद व उनके पुत्र वरुण गांधी के साइड लाइन किए जाने की चर्चाओं के बीच आज मेनका गांधी ने चुप्पी तोड़ दी। उन्होंने अटकलों को विराम देते हुए कहा कि मैं BJP में हूं और रहूंगी, ये पार्टी के ऊपर है कि मुझे टिकट दे या न दे। ये बातें उन्हाेंने सुल्तानपुर में चौपाल में कहीं।
दरअसल, मेनका गांधी बुधवार को अपने सुल्तानपुर दौरे के दूसरे दिन बल्दीराय तहसील पहुंचीं। यहां उन्होंने चौपाल लगाई। इस दौरान मेनका गांधी ने लोगों को शिक्षक की चोरी की कहानी भी सुनाई। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही जब विद्यार्थियों का सामान चोरी कर रहे हैं तो शिक्षा की क्या नसीहत देंगे?
उन्होंने बताया कि एक परीक्षार्थी का मेरे पास फोन आया था कि उसका मोबाइल फोन चोरी हो गया है। मैंने शिक्षक को फोन पर हड़काया था। नौकरी जाने की बारी आई तो आनन-फानन में शिक्षक ने बोर्ड परीक्षार्थी का सेल फोन वापस लौटाया।
पुलिस वालों ने चोरी का सामान रख लिया
उन्होंने बिसावां, कैंधना कला गांव में चौपाल लगायी। जिसमें बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए। यहां उन्होंने कहा कि पुलिस वालों ने चोरी का सामान ढूंढ़ लिया लेकिन रख लिया है। पुलिस स्टेशन की ऐसी सेवा के लिए अब तो मुझे माफी मांगनी ही पड़ेगी। सांसद ने कहा कि आप लेखपालों को रिश्वत देने के बजाय मेरे पास आइए मैं आपकी हर समस्या का समाधान कराऊंगी।
160 करोड़ की सड़कें लेकर आई
उन्होंने आगे कहा कि आपके लिए मैं प्रधानमंत्री योजना के लिए 160 करोड़ की सड़कें लेकर आई हूं। आपने जो मुझसे मांगा वह मैं आपके लिए लाई हूं। चौपाल में लोगों ने अपनी समस्याएं बताई और सांसद ने समाधान के लिए अपने प्रतिनिधि रंजीत कुमार को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
सांसद ने कहा कि मैं हर समस्या का समाधान कराने के लिए ही आपके पास आती हूं। आप बेधड़क हमारे प्रतिनिधि रंजीत कुमार लिखित रूप में समस्या दीजिए। अधिकारियों से वार्ता कर हर हाल में उसका समाधान कराया जाएगा।