संवाद
3 मार्च को एकादशी है और इस दौरान मेले में भक्तों की तादाद अत्यधिक रहती है. पेटपलायन व नंगे पांव पैदल चलने वाले श्रद्धालुओं के लिए रींगस से खाटू तक रेड कारपेट की व्यवस्था होगी.
सीकर 01 मार्च। खाटू श्याम जी का वार्षिक लक्खी मेला अब अपने परवान पर है. मेले में बाबा श्याम के दर्शन के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ना शुरू हो जाता है. कोई वाहन तो कोई पैदल और पेट पलायन करता हुआ बाबा के दर पर पहुंच रहा है. बाबा श्याम के जयकारे भी जगह-जगह गूंज रहे हैं.
बाबा श्याम का श्रृंगार कोलकाता के लाल व सफेद फूलों से किया जाता है अद्भुत श्रृंगार से बाबा की छवि भी अलौकिक नजर आ रही है इधर मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ने की संभावनाओं के मद्देनजर प्रशासन भी अलर्ट मोड में है खुद कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक मेले का बंदोबस्त देख रहे हैं. प्रशासन ने मेले में भंडारों की छूट भी दे दी है.
कोलकाता के फूलों से सजा दरबार- कोलकाता के फूलों से बाबा श्याम का दरबार सज गया है. फाल्गुन मेला भी धीरे-धीरे शबाब पर चढ़ रहा है. 22 फरवरी से शुरू हुए खाटू फाल्गुन मेला 2023 में दिनों दिन भक्तों की संख्या बढ़ रही है. अब तक बाबा के दरबार में करीब 15 लाख श्याम भक्त दर्शन कर चुके हैं. रींगस से बाबा की पदयात्रा प्रारंभ हो जाती है जो करीब 16 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद खाटू श्याम पहुंचकर संपन्न होती है. पद यात्रा के मार्ग में जगह-जगह सेवा शिविर में लगाकर लोग पुण्य कमा रहे हैं.