पंचांग के मुताबिक, चैत्र माह की नवमी तिथि को मां दुर्गा के नवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा करने के साथ-साथ रामनवमी का पर्व भी मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान श्री राम ने अयोध्या में राजा दशरथ के घर जन्म लिया था। इसी कारण नवमी तिथि को प्रभु श्री राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। इस दिन विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। जानिए रामनवमी का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
रामनवमी का शुभ मुहूर्त
नवमी तिथि का प्रारंभ- शुक्रवार , 31 मार्च देर रात 0 3 बजकर 58 मिनट से शुरू
राम जन्मोत्सव का शुभ मुहूर्त- गुरुवार, 30 मार्च को सुबह 11 बजकर 38 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 39 मिनट तक
पूजा का मुहूर्त - गुरुवार, 30 मार्च सुबह 11 बजकर 10 मिनट से दोपहर 1 बजकर 32 मिनट तक