आगरा में एक पालतू तोते ने मालकिन के हत्यारे के नाम की रट लगाई थी। पुलिस ने कड़ियां जोड़कर वारदात खोली थी।
नौ साल मुकदमा चला। गुरुवार को कोर्ट का फैसला आया। स्वराज टाइम्स के संपादक विजय शर्मा की पत्नी नीलम शर्मा की हत्या लूट के दौरान सगे भांजे ने अपने साथी के साथ की थी। विशेष न्यायाधीश दस्यु प्रभारी क्षेत्र ने हत्यारे भांजे आशू उर्फ आशुतोष और उसके दोस्त रॉनी मैसी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। दोनों को 72 हजार रुपये के अर्थ दंड से दंडित किया।
लूट के दौरान बेरहमी से किया था कत्ल 20 फरवरी 2014 की शाम बल्केश्वर निवासी स्वराज टाइम्स के संपादक विजय शर्मा अपनी बेटी निवेदिता एवं बेटे अर्जेश के साथ शादी समारोह में शामिल होने फिरोजाबाद गए थे। घर पर उनकी पत्नी नीलम शर्मा एवं वयोवृद्ध पिता आनंद शर्मा रह गए थे। मध्य रात्रि को विजय शर्मा वापस लौटे थे।
घर की हालत देखकर उनके होश उड़ गए थे। घर में सामान बिखरा हुआ था। उनकी पत्नी नीलम शर्मा एवं पालतू श्वान टफी की धारदार हथियार से ताबड़तोड़ प्रहार करके हत्या की गई थी। घर में लूटपाट भी हुई थी। न्यू आगरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
तोते ने लगाई थी आशू के नाम की रट
वारदात ने शर्मा परिवार को हिला दिया था। विजय शर्मा और उनकी बेटी निवेदिता पालतू तोते के सामने बैठकर रो रहे थे। उससे पूछ रहे थे कि बता मम्मी को किसने मारा। तोते ने आशू नाम की रट लगा ली थी। यह सुनकर परिजन हैरान रह गए थे। आशू विजय शर्मा के सगे भांजे का नाम था। यह जानकारी पुलिस को दी थी।
पुलिस ने आशू को पकड़ा था। 25 फरवरी को वारदात का खुलासा किया था। आशू अपने दोस्त रॉनी मैसी के साथ आया था। हत्या के बाद दोनों घर से सोने-चांदी के जेवरात, नकदी, घड़ी आदि सामान लूटकर ले गए थे। हत्यारे आशू को नीलम शर्मा बेटे की तरह मानती थीं। एमबीए करने के लिए उसे 80 हजार रुपये दिए थे। दोनों दोस्तों को रुपये की जरूरत थी।
कोर्ट में इन्होंने दिए तर्क
वादी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता दीपक कुमार शर्मा एवं अभियोजन की ओर से एडीजीसी आदर्श चौधरी, एसपीओ जय नारायण गुप्ता, पीओ मनीष मिश्रा ने तर्क प्रस्तुत किए।