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समस्तीपुर से लेकर पटना अपराधियों का तांडव जारी : बैंक में घुसे बदमाशों ने लूटे 11 लाख, गार्ड की गोली मारकर हत्या, डेढ़ महीने में पांचवीं लूट

संवाद 

बिहार में बदमाश नीतीश कुमार की पुलिस को लगातार चुनौती दे रहे हैं। बीते कुछ दिनों में एक के बाद एक बैंक लूट की बड़ी वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। 

ताजा मामला छपरा के सोनपुर के बरबट्टा स्थित पंजाब नेशनल बैंक का है। जहां हेलमेट पहनकर आए 5 बदमाशों ने 11 लाख से ज्यादा की लूट को अंजाम दे दिया।

11 लाख लूटे, गार्ड की हत्या

बैंक लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी। जबकि एक अन्य गार्ड गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है। बदमाशों ने बैंक मैनेजर का मोबाइल छीन लिया। औक ग्राहकों को पिस्टल की नोंक पर डराया-धमकाया। कोई भी बदमाशों की लूट का विरोध नहीं कर सके। दहशत फैलाने के लिए बदमाशों ने फायरिंग भी की। और फिर फरार हो गए। 11 लाख से ज्यादा की लूट को बदमाशों ने सरेआम अंजाम दिया। वहीं लूट की घटना की सूचना मिलने पर पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंचे हैं।

सीसीटीवी में कैद हुए बदमाश
गार्ड को गोली मारने की घटना बैंक में लगे सीसीटीवी में भी कैद हो गई है। जिसके आधार पर पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई है। लेकिन सरेआम हुई बैंक लूट की इस घटना ने पुलिस कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

चकिया में हुई थी 49 लाख की लाख

इससे पहले कल 12 अप्रैल को बदमाशों ने पूर्वी चंपारण के चकिया में दोपहर के तीन बजे पिस्टल से लैस पांच अपराधियों ने ICICI बैंक की शाखा से 48 लाख रुपये लूट लिए थे। बदमाशों ने भागते समय एक महिला ग्राहक के कान की बाली, अंगूठी और रुपये भी लूट थे। हालांकि वादरात के वक्त बैंक में कोई भी गार्ड मौजूद नहीं था।

बीते एक महीने में समस्तीपुर में 3 बैंक डैकती

वहीं बीते महीने यानी मार्च में बदमाशों ने दक्षिण बिहार में एक के बाद एक तीन बैंक डकैती को अंजाम दिया था। और डकैती की तीन घटनाएं समस्तीपुर में हुई थी। एक मार्च को उजियारपुर में ग्रामीण बैंक की शाखा से दस लाख की लूट हुई। फिर 15 मार्च को मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के हरपुर में ग्रामीण बैंक की शाखा से 20 लाख की लूट और तीसरी घटना 24 मार्च को ग्रामीण बैंक में 11 लाख की लूट की घटना हुई।

लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल? जिस तरह बिहार में बदमाश बैंकों को निशाना बना रहे हैं। उसने बिहार के लॉ एंड ऑर्डर को खुलेआम ललकारा है। करीब 45 दिनों के भीतर 5 बड़ी बैंक डकैती पड़़ चुकी है। जिसमें कई घटनाओं का तो अभी तक खुलासा भी नहीं हुआ है। लगातार लूट की वारदातों से बैंक प्रशासन भी सकते में है।

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