सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार की तरफ से 'ऑपरेशन कावेरी' चलाई जा रही है. अभी तक 1800 से ज्यादा भारतीयों को भारतीय सेना ने सुरक्षित निकाला है.
सूडान में मौजूदा वक्त में परिस्थितियां बेहद खतरनाक हैं. हालांकि इस विषम परिस्थितियों में भारतीय वायुसेना के जांबाज पायलट मिशन को अंजाम दे रहे हैं. इस तनाव के बीद वायुसेना ने एक स्पेशल ऑपरेशन चलाकर खार्तूम के पास स्थित एक छोटी एयरस्ट्रिप पर जम्बो सी-130 विमान उतारा और 121 भारतीयों का रेस्क्यू किया.
इस एयरक्राफ्ट की कमान ग्रुप कैप्टन रवि नंदा के हाथ में थी. उन्होंने खतरनाक स्थितियों में ऐसे डेयरिंग रेस्क्यू मिशन में महारत हासिल की. न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सुरक्षा अधिकारियों ने जानकारी दी.
बता दें कि ग्रुप कैप्टन रवि नंदा का सुडान पहला रेस्क्यू मिशन नहीं है. बीते साल 2021, अगस्त में उनकी टीम ने अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को निकालने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. तब ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ के तहत ग्रुप कैप्टन रवि नंदा को अफगानिस्तान ने भारतीयों को बचाकर लाने का जिम्मा सौंपा गया था.
ग्रुप कैप्टन रवि नंदा ने काबुल में भी लहराया था अपने कौशल का परचम
उन्होंने काबुल में जंग के बीचों-बीच से भारतीयों को निकाला था. साहस दिखाते हुए ग्रुप कैप्टन रवि नंदा ने नाइट विजन गॉगल्स का इस्तेमाल करते हुए काबुल में भी विमान को लैंड कराया था. स्पेशल फोर्सेज ने घंटे भर के भीतर सभी 87 भारतीयों को विमान में बैठाया और फिर दुशांबे के लिए उड़ गए. ग्रुप कैप्टन रवि नंदा को उनकी बहादुरी के लिए वायु सेना मेडल से सम्मानित किया गया था.
हजारों लोगों को सूडान से सुरक्षित निकाला गया
अफ्रीकी देश सूडान से ऑपरेशन कावेरी के तहत 10 जत्थों में अबतक 1800 से ज्यादा भारतीयों को निकालकर जेद्दा पहुंचाया गया है. इनमें से शुक्रवार तक 1360 भारतीय देश वापस लाए गए हैं. शुक्रवार की शाम को 392 भारतीयों को लेकर वायुसेना का विमान जेद्दा से नई दिल्ली पहुंचा. वहीं 362 यात्रियों को लेकर जेद्दा से एक विमान बेंगलुरु पहुंचा.