महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने दावा किया है कि उद्धव ठाकरे गुट के 13 विधायक और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के 20 विधायक शिवसेना (मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट) के संपर्क में हैं।
सामंत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाबलेश्वर में सीएम शिंदे के साथ गुप्त बैठक भी की थी। उन्होंने कहा कि राज्य की राजनीति में अभी काफी अस्थिरता है।
इस बीच, शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) के नेता और एमएलसी अंबादास दानवे ने कहा कि महाराष्ट्र में 2024 के विधानसभा चुनावों में हमारी पार्टी कम से कम 100 सीटें जीतने का प्रयास कर रही है।
एमएलसी ने बताया- क्या है शिंदे कैंप की प्लानिंग
विधान परिषद में विपक्ष के नेता दानवे ने कहा कि हमारी प्लानिंग है कि हम जीत दर्ज करने योग्य उम्मीदवारों की तलाश करें। साथ ही उन उम्मीदवारों को प्राथमिकता दें जो 2019 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की तरफ से दूसरे स्थान पर थे।
बता दें कि 2019 का विधानसभा चुनाव अविभाजित शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ा था, जिसे 100 से अधिक सीटें मिली थीं।
भाजपा और अविभाजित शिवसेना को मिलकर 288 सदस्यीय सदन में 150 से अधिक सीटें मिलीं थी। हालांकि, एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद पिछले साल जून में शिवसेना टूट गई जिसके बाद उद्धव ठाकरे की महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई।
दानवे ने दावा किया कि एकनाथ शिंदे सरकार नाजुक स्थिति में है क्योंकि शिवसेना का समर्थन आधार उद्धव ठाकरे के पास है।
वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत पवार के बारे में अटकलों और भाजपा के साथ उनकी निकटता की बात करते हुए, शिवसेना (यूबीटी) एमएलसी ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कोई भी सत्तारूढ़ दल (भाजपा) अन्य दलों को तोड़ने की कोशिश नहीं करेगा यदि स्थिति स्थिर है।
दानवे ने दावा किया, “ऐसी स्थिति है कि एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है।”