हनुमान जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सिनिडीह स्कूल में 800 बच्चों के बीच हनुमान चालीसा का पाठ पांच पांच बार किया गया पाठ करने के लिए एकल समूह के 10 बच्चे भिन्न-भिन्न स्थान से आए थे जिन्होंने संगीत के साथ हनुमान चालीसा का उच्चारण 5 बार किया इसके बाद हनुमान जी की आरती की गई जिसमें सभी बच्चे सम्मिलित हुए। सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन कर के हुई एवं वंदे मातरम का उच्चारण किया गया। कार्यक्रम का संचालन किशन गोयल पंकज सिंह एवं पवित्र तुलसियान के द्वारा किया गया। वही अध्यक्षता कर रहे संजय कुमार जैन ने कहा कि श्री हनुमान अहंकार रहित, शक्तिशाली, बुद्धिमान, योगी एवं ब्रह्मचारी थे। पवन पुत्र यानी वायु के पुत्र, लंका जलाने के लिए अकेले ही काफी थे योग और ब्रह्मचारी की शक्ति अनंत है मोदी जी में यह योग समाहित है।