संवाद
बिहार के मोतिहारी के चकिया और मधुबन पुलिस प्रशासन समेत सभी को एक सुसाइड नोट ने परेशान कर रखा है. दसवीं की एक छात्रा के सुसाइड नोट ने कई तरह के सवालों को खड़ा कर दिया है. छात्रा लापता है जिसकी तलाश एसडीआरएफ की टीम नदी में छात्रा की तलाश कर रही है. मधुबन और चकिया थानाध्यक्ष इस मामले में कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं. छात्रा का सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें छात्रा ने लिखा है कि ''मां-पापा मुझे माफ कर दीजिएगा. मम्मी हम जा रहे हैं. इस दुनिया अब बर्दास्त नहीं हो रही है. हम बहुत थक गए है, बहुत चीज खो दिया है, इस लिए मरने जा रही हूं. मेरे मरने के बाद धीरज को नहीं छोड़िएगा, उसने मेरे साथ पहले जबरदस्ती की फिर मेरी जिंदगी छीन ली.''
पुल से नदी में लगाई छलांग: वायरल सुसाइड नोट मधुबन थाना क्षेत्र के एक गांव की 17 वर्षीय नाबालिग लड़की का है. बताया जा रहा है कि किशोरी शुक्रवार की शाम अपने घर से निकली और ऑटो से बाराघाट पुल पर पहुंची थी. उसके बाद उसने पुल से नदी में छलांग लगा दी. हालांकि किशोरी के नदी में छलांग लगाते ही कुछ राहगीरों उसे देख लिया और शोर मचाना शुरू कर दिया. जिसके बाद चकिया सीओ ने एसडीआरएफ की टीम को बुलाया. सीओ ने एसडीआरएफ की टीम से करीब तीन से चार घंटे नदी में किशोरी की तलाश कराई लेकिन उसका पता नहीं चल सका. जिसके बाद एसडीआरएफ की टीम वापस हो चली गई.
परिजनों ने थाने को नहीं दी जानकारी: इस मामले को लेकर किशोरी के परिजन सामने आने से परहेज कर रहे हैं. किशोरी के गायब होने की कोई भी सूचना उसके के परिजनों ने चकिया या मधुबन थाना को नहीं दी है. जिस कारण दोनों थाना की पुलिस मामले को अफवाह बता रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुसाइड नोट लिखने वाली किशोरी मधुबन स्थित एक कोचिंग में पढ़ने जाती थी.
कोचिंग में टीचर के संपर्क में आई थी छात्रा: कोचिंग में पढ़ाई के दौरान ही किशोरी का संचालक के बीच संबंध बना. लेकिन जब किशोरी ने धीरज पर शादी के लिए दबाव बनाया तो धीरज ने इनकार कर दिया. जिससे बाद किशोरी द्वारा इस तरह का कदम उठाये जाने की बात बतायी जा रही है. इस मामले में जब 'चकिया' और 'मधुबन थानाध्यक्ष' से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि''इस संबंध में कोई लिखित जानकारी नहीं है. इस वजह से कुछ भी बता पाना मुश्किल है.'