दरभंगा। समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेदकर सभागार में जिलाधिकारी राजीव रौशन ने पोषण पखवाड़ा के लिए प्रदर्शनी और पुरस्कार कार्यक्रम का उद्घाटन करने के पश्चात कहा कि हमें अपने देश को स्वस्थ्य व मजबूत रखने के लिए, विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाने के लिए, यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे देश के बच्चों का स्वास्थ्य सही हो। उन्होंने कहा कि यदि हमारे बच्चे स्वस्थ नहीं रहेंगे, तो हमें विकास की ऊंचाइयों को प्राप्त करने में कठिनाई होगी। इसी कड़ी में 20 मार्च से सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर, सभी गांव,-टोलों में पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम चलाया गया। जहां लोगों को अपने बच्चों को पौष्टिक आहार प्रदान करने हेतु पौष्टिक व संतुलित आहार की जानकारी दी गयी एवं उन्हें जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि हमारे शरीर के लिए सभी प्रकार के अनाज, फल एवं सब्जियां आवश्यक है। सभी में अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्व उपलब्ध रहते हैं, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्राचीनकाल में मानव का अधिक स्वस्थ रहने एवं उनके दीर्घायु होने के मूल कारण यही था कि उन्हें सभी प्रकार के फल व अनाज प्राप्त होते थे। मानव सभ्यता का विकास हुआ और क्रमश: किसी खास स्थान के लोगों द्वारा अपनी सोंच व सुविधा के अनुसार किसी खास अनाज को अपनाया जाता रहा। धीरे-धीरे खान-पान की शैली बदलती गयी। विभिन्न प्रकार के अनाज विभिन्न प्रकार के फल में अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्व होते हैं। हमारे शरीर के लिए सभी पोषक तत्व आवश्यक हैं। खासकर मोटे अनाज, रेशायुक्त फल व सब्जियां भी शरीर के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने अंबेदकर सभागार के बाहर सेविकाओं द्वारा लगाए गए पौष्टिक आहार के प्रदर्शनी का उल्लेख करते हुए कहा की अंकुरित अनाज, सहजन, रागी, बाजरा, मक्का, चावल, दाल व दलिया विभिन्न प्रकार के फल सभी में अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्व उपलब्ध है और शरीर के लिए सभी आवश्यक है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने पोषण के मापदंड पर खड़ा उतरने वाले चार सुपोषित बच्चों को पुरस्कृत किया। वहीं पोषक तत्वों से भरपूर आहार एवं व्यंजन की प्रदर्शनी लगाने वाली सेविकाओं में से वंदना कुमारी, श्वेता कुमारी, एवं कैलाशी कुमारी को बेहतर प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा महिला पर्यवेक्षिका अंकिता श्वेता एवं हायाघाट के सीडीपीओ को पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम में बेहतर प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर जिला परिषद् सदस्य रंजना कुमारी, उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, डीपीओ आईसीडीएस डॉ. रश्मि वर्मा, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा नेहा कुमारी, परियोजना निदेशक आत्मा पूर्णेन्दु नाथ झा, जिला समन्वयक विवेक भूषण, जिला प्रोग्राम सहायक गोविंद कुमार, जिला प्रोग्राम प्रबंधक केयर इंडिया, जिला प्रोग्राम प्रबंधक यूनिसेफ एवं संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।