देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों की एकजुटता की कोशिश में जुटे नीतीश कुमार पर बसपा मुखिया मायावती ने बड़ा हमला बोला है। बसपा मुखिया ने बिहार के मुख्यमंत्री को घेरते हुए बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई की तैयारी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आईएएस अफसर रहे जी कृष्णैया की हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे आनंद मोहन की रिहाई की तैयारी को दलितों के अपमान से जोड़ा है। बसपा मुखिया की ओर से नीतीश कुमार के घेरे जाने वाले इस कदम को विपक्षी एकता के लिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है। मिशन 2024 के तहत नीतीश कुमार इन दिनों विपक्षी दलों को एकजुट बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं और ऐसे में मायावती का हमलावर रुख नीतीश कुमार को बड़ा झटका देने वाला है।उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा मुखिया मायावती ने रविवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि आंध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) के महबूबनगर के रहने वाले जी कृष्णैया दलित समाज से जुड़े हुए थे। वे बेहद ईमानदार अफसर थे और उनकी निर्माता से हत्या की गई थी। इस मामले में आनंद मोहन को नियम बदलकर नीतीश सरकार की ओर से रिहा करने की तैयारी है। देशभर में नीतीश कुमार का दलित विरोधी यह रुख काफी चर्चाओं में है।