झारखंड की राजधानी रांची में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को मार्च निकालकर सचिवालय का घेराव किया।
इस दौरान जमकर बवाल हुआ। सुरक्षा बलों ने पहले ही बैरिकेडिंग कर रखी थी, जिसे भाजपा नेताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए पार करने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा तो कार्यकर्ता नहीं मानें। प्रभात तारा मैदान से कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने पहले वाटर कैनन से पानी की बौछार की। फिर आंसू गैस के गोले दागे। जब इससे भी वे पीछे नहीं हटे तो पुलिस ने निहत्थे कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसाईं।
इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। जिससे कई भाजपा कार्यकर्ताओं को चोटें आई है और कई बुरी तरह से घायल हो गये हैं। वहीं, भाजपा नेताओं पर पुलिस, प्रशासन की तरफ से भी पत्थरबाजी और पानी के बोतल फेंकने का दावा किया है। सुरक्षा बलों ने कुछ नेताओं को भी गिरफ्तार किया है, जिनमें विधायक बिरंची नारायण शामिल हैं। कार्यकर्ता बैरिकेडिंग के पास बैठ गए और जमकर नारेबाजी किया।
प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि जब सरकार डर जाती है, जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाती है, तब वह हिंसा का सहारा लेती है। आज इस आंदोलन को रोकने की कोशिश की गई है, वह किसी व्यक्ति का आंदोलन नहीं है बल्कि इस राज्य की जनता का आंदोलन है और आने वाले दिनों में यह भी देखने को मिलेगा की जनता क्या चाहती है। हेमंत सोरेन की सरकार बेईमानों की सरकार है लुटेरों की सरकार है। सरकार ने शायद ही कोई ऐसा नागरिक हो, जिसे ठगने का काम ना किया हो। यहां अधिकारी से पदाधिकारी तक भ्रष्ट हैं।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि प्रशासन का जो रवैया रहा है, उसका आंदोलन में वह आंदोलित करने का रहा है। आज इस एकजुटता से यह स्पष्ट हो गया है कि हम साथ हैं। आज जो पानी कैनन छोड़े जाए आंसू गैस के गोले छोड़े गए इनसे घबराने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह संघर्ष अभी शुरू हुआ है और संघर्ष तब तक करना है, जब तक हेमंत सोरेन की सरकार को उखाड़ ना फेंकें। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप उग्र ना हो 1 दिन ऐसा भी आएगा जब हेमंत सोरेन की सरकार को फाड़ कर फेंक दिया जाएगा।